निकुम्भला देवी कौन थी ? जानें विस्तार से !
निकुम्भला देवी कौन थी ? इनकी मेघनाद पूजा करता था. यह श्रीविद्या की उपविद्या प्रत्यंगिरा हैं. यह दुर्गा देवी की प्रत्यंगिरा भी हैं क्योकि श्री विद्या और दुर्गा में एकत्व…
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निकुम्भला देवी कौन थी ? इनकी मेघनाद पूजा करता था. यह श्रीविद्या की उपविद्या प्रत्यंगिरा हैं. यह दुर्गा देवी की प्रत्यंगिरा भी हैं क्योकि श्री विद्या और दुर्गा में एकत्व…
Tantrik Jagadacharya Chandraswami (born Nemichand Jain; 29 October 1949 – 23 May 2017) was an Indian Tantrik. His father Dharamchand Gandhi Jain came from Behror in Alwar district of Rajasthan.…
राहु कुछ स्थितियों में राजयोग कारक होता है यदि यह शुभ ग्रहों से दृष्ट या युत हो. राहु का सामान्यत: तीसरे, छठवे, दसवे और ग्यारहवे भाव में उत्तम फल प्राप्त…
दीपदान एक महत्वपूर्ण उपाय है. यदि इसे विधिपूर्वक किया जाय तो उसका फल अवश्य मिलता है. यहाँ दुर्गा माता को दीपदान कैसे किया जाता है उसका वर्णन किया गया है.…
मगल चण्डिका सभी संकटों का नाश करती हैं. जिनकी कुंडली में मंगल नीच का है, जातक मंगला है या मंगल अशुभ है उनके लिए भी मंगल चण्डिका की पूजा फलदायक…
दुर्गा सप्तश्लोकी स्तोत्र का पाठ दुर्गा सप्तशती के चुने हुए सुंदर श्लोकों से बनाया गया है. इसका स्वतंत्र रूप भी प्रसिद्ध है और सिर्फ इसका अनुष्ठान भी सिद्धिप्रद है. देव्युवाच-शृणु देव…