भारत में लोग पुराण गपोड़शंख की सैकड़ों अजैविक जन्मकथाएँ सुनकर उन पर विश्वास करने लगे. किसी भी प्रतिभाशाली व्यक्ति या महात्मा को अजैविक घोषित कर दिया जाता था. पतंजलि आकाश से हथेली पर गिरे थे, गोरखनाथ गोबर के घूरे पर पाए गए थे आदि. पुराण में ऐसे सैकड़ो स्टोरी है. भारत के निपढ पीएम को विश्वास नही की एक बड़े मारवाड़ियों के घर में झाड़ू-पोछा-बर्तन करने वाली महिला से शासक पैदा हो सकता है. पुराण में तो शासक ज्यादातर नॉन-बायोलोजिकल ही हैं तो हो न हो हम भी नॉन-बायोलोजिकल ही हैं.
इस वीडियो में एक कथा द्वारा नॉन बायोलॉजिकल स्टोरीज के बारे में बताया गया है.
नॉन-बायोलॉजिकल जन्म और राजा उपरिचर वसु की स्टोरी
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