शनि क्यों है दरिद्रों, नीच जातियों का शासक और दुःख का कारक, जानें विस्तार से !
वैदिक ज्योतिष में शनि सभी नीच जातियों, श्रमिकों, दरिद्रों का प्रतिनिधि है अर्थात शनि से इन सभी वर्गों को देखना चाहिए. साथ में शनि दुःख और मृत्यु है. शनि से…
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वैदिक ज्योतिष में शनि सभी नीच जातियों, श्रमिकों, दरिद्रों का प्रतिनिधि है अर्थात शनि से इन सभी वर्गों को देखना चाहिए. साथ में शनि दुःख और मृत्यु है. शनि से…
सनातन धर्म में वर्ष में कुल 24 प्रदोष व्रत हैं. प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि में किया जाता है. त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और उन्हें ही समर्पित…
कौशिक ऋषि के सात पुत्र थे जिनके नाम स्वसृप , क्रोधन, हिंस्र, पिशुन, कवि, वाग्दुष्ट और पितृवर्ती. जैसा नाम था वैसे ही ये सातो भाई थे. ये भी गर्ग ऋषि…
हर माह में दो चतुर्थी तिथि आती हैं. एक शुक्ल पक्ष में जिसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं और दूसरी कृष्ण पक्ष में जिसे संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. इन दोनों…
भगवद्गीता सनातन वैदिक हिन्दू धर्म का एक सबसे प्रमुख ग्रन्थ है. इस ग्रन्थ को प्रस्थानत्रयी में स्थान प्राप्त है. भगवद्गीता वैदिक धर्म में लुप्त हो गई आध्यात्म विद्या का उद्धार…
कई बार ऐसे सपने आते हैं जिनको देख कर मन आह्लादित होता है, तो कुछ सपने देखने के बाद बड़ी चिंता होती है. वंही कुछ सपने ऐसे भी होते हैं…