अंगुठमात्र पुरुष और पितर विद्या का समूलनाश !
यह जो पुरुष या आत्मा है उसका परिमाण या साइज अंगुष्ठ मात्र बताया गया है. “अङ्गुष्ठमात्रः पुरुषोऽन्तरात्मा सदा जनानां हृदये संनिविष्टः।” यह हर मनुष्य के अंगूठे के अनुसार है. हृदय…
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यह जो पुरुष या आत्मा है उसका परिमाण या साइज अंगुष्ठ मात्र बताया गया है. “अङ्गुष्ठमात्रः पुरुषोऽन्तरात्मा सदा जनानां हृदये संनिविष्टः।” यह हर मनुष्य के अंगूठे के अनुसार है. हृदय…
गोदी मीडिया हरचीज को सुरसुरी बना के पेश करता है. यहाँ न्यूज से लेकर अन्य डेस्क में भी जाहिल और अन्धविश्वासी धूर्त ही बैठे हैं जो दिन रात झूठ बोलते…
यह सवाल हर हिन्दू को पूछना चाहिए कि जब देश मुगलों का गुलाम था, जब देश अंग्रेजों का गुलाम था और बाबाओं के मठ तब भी थे, बाबा कथा तब…
प्रेमानंद महाराज इधर काफी प्रपंच करके प्रसिद्ध हो गये. लगभग आधी जिन्दगी उन्होंने दशनामी सम्प्रदाय के सन्यासी बन गुजरा और जब सन्यास धर्म के कठिन परमहंसों के मार्ग पर असफल…
सावन के बाद का हिन्दू महीना भाद्रपद या भादो होता है. यह घोर वर्षा ऋतु का महीना होता है. इस महीने में पूर्णिमा पूर्वभाद्रपद नक्षत्र में होती है इसलिए इस…
कलियुग है. कलियुग में धर्म को नजदीक से देखो. इसका चरित्र मूलभूत रूप से भगवद्गीता में बताये गये असुरी सम्पद के अनुसार ही है. पुराणों में कहा गया है कि…