• February 14, 2022
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बृहस्पति ऐसा हो तो जीवन में होगा उतार चढ़ाव और दुःख

गुरु बृहस्पति जन्म कुंडली में सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में शामिल है। ये प्राकृतिक रूप से धर्म कारक, सन्तानकारक और धन कारक हैं। कुछ आचार्य गुरु को ही वास्तविक सुख कारक…

  • February 13, 2022
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स्त्री कारक ग्रह की नवमेश से युति-दृष्टि सम्बन्ध हो तो पत्नी या स्त्री से होता है भाग्योदय ..

वैदिक ज्योतिष के अनुसार नवमेश अर्थात नवम भाव का स्वामी केंद्र के किसी हॉउस के स्वामी के साथ सम्बन्ध स्थापित करता है तो राजयोग का निर्माण करता है। यह राजयोग…

  • February 13, 2022
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जानें, लग्न का पूर्वपुण्य से क्या है सम्बन्ध ..

किसी भी व्यक्ति का जन्म किसी विशेष कुल में होता है जहाँ उसे अच्छे माता- पिता , भाई बहन, चाचा, रिश्तेदार इत्यादि मिलते हैं। उसे जीवन में अच्छे गुरु, अच्छे…

  • February 13, 2022
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तैत्तिरीयब्राह्मणम् नक्षत्रेष्टि सूक्त

नक्षत्रं – कृत्तिका, देवता – अग्निःॐ अ॒ग्निर्नः॑ पातु॒ कृत्ति॑काः । नक्ष॑त्रं दे॒वमिं॑द्रि॒यम् ।इ॒दमा॑सां-विँचक्ष॒णम् । ह॒विरा॒सं जु॑होतन ।यस्य॒ भांति॑ र॒श्मयो॒ यस्य॑ के॒तवः॑ । यस्ये॒मा विश्वा॒ भुव॑नानि॒ सर्वा᳚ ।स कृत्ति॑काभि-र॒भिसं॒​वँसा॑नः । अ॒ग्निर्नो॑…

  • February 12, 2022
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सोलह वर्ष की आयु तक शनि क्यों मनुष्यों को पीड़ित नहीं करता? ये है कारण !

महर्षि द‍धीचि के पुत्र महर्षि पिप्पलाद रुद्रावतार हैं, वे महान वैदिक ऋषि हैं। देवासुर संग्राम में जब महर्षि दधिची ने अपनी हड्डियों का दान कर दिया तो उनकी पत्नी सुवर्चा…

  • February 11, 2022
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गर्भाधान में इन बातों का रखेंगे ध्यान तो मिलेगी अच्छी सन्तान, होगा अनेक अशुभ योगों से बचाव

स्त्री का गर्भाधान जीवन के बावत एक महत्वपूर्ण परिघटना है इसलिए गर्भाधान में चन्द्रमा की निम्नलिखित स्थितियों का ध्यान रखा जाये तो अच्छी सन्तति मिल सकती है। चंद्रमा मातृ कारक…