मन की अमनस्क अवस्था ही ईश्वर का अर्घ्य है
सदामनस्कमर्घ्यम् भगवान की पूजा में षोडश उपचारों में अर्घ्य भी एक उपचार है, पाद्य प्रदान करने के बाद देवता को अर्घ्य प्रदान करना चाहिए। यहाँ आत्म पूजा के प्रकरण में…
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सदामनस्कमर्घ्यम् भगवान की पूजा में षोडश उपचारों में अर्घ्य भी एक उपचार है, पाद्य प्रदान करने के बाद देवता को अर्घ्य प्रदान करना चाहिए। यहाँ आत्म पूजा के प्रकरण में…
देव्यापराध क्षमापन स्तोत्र को सभी हिन्दू आदि शंकराचार्य द्वारा लिखित जानते हैं. ज्यादातर हिन्दू धर्मान्ध हैं और कम ही पढ़ते हैं. देव्यापराध क्षमापन स्तोत्र वस्तुत: उनके द्वारा लिखित स्तोत्र नहीं…
जन्मकुंडली में चन्द्रमा जैसा होता है वैसा ही उसका फल होता है. चन्द्रमा के खराब स्थितियों में उसकी राशि अंशों में स्थिति, तिथि, बल, क्रूर पाप ग्रहों युति, दृष्टि इत्यादि…
मन्त्र विद्या एक गुप्त विज्ञान है. जिस तरह आधुनिक विज्ञान में किसी देश की सरकार परमाणु बम की तकनीकी या कोई भी प्रभावशाली तकनीकी को गुप्त रखती है उसी तरह…
Ujjain has been the center of Shaivism since ages. In Ujjain in the same premise of Mahakaleshwar Shiva temple there is Nagchndreshwara temple known for its uniqueness. It is believed…
श्रीचण्डिकाध्यानम् ॐ बन्धूककुसुमाभासां पञ्चमुण्डाधिवासिनीम् । स्फुरच्चन्द्रकलारत्नमुकुटां मुण्डमालिनीम् ॥ त्रिनेत्रां रक्तवसनां पीनोन्नतघटस्तनीम् । पुस्तकं चाक्षमालां च वरं चाभयकं क्रमात् ॥ दधतीं संस्मरेन्नित्यमुत्तराम्नायमानिताम् । अथवा या चण्डी मधुकैटभादिदैत्यदलनी या माहिषोन्मूलिनी या धूम्रेक्षणचण्डमुण्डमथनी…