• August 28, 2023
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काल पुरुष के अंगों में राशियाँ और नक्षत्रों का विनियोग ..

कालपुरुष के मस्तक, नेत्र, कान, नाक, गला, गाल, ठोढ़ी, मुख, ग्रीवा, कंधा, हाथ, बगल, छाती, पेट, नाभि, वस्ति, उपस्थ या लिङ्ग, गुदा, अंडकोष, जांघ, घुटना और पैर इन समस्त अंगों…

  • August 28, 2023
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सूर्य की बारह संक्रांतियों के पौराणिक नाम

हर एक महीने में सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में संक्रमण करता है. सूर्य के इस दूसरी राशि में गोचर होने को ही संक्रांति कहते है. एक वर्ष में…

  • August 27, 2023
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Hindutva: चंदामामा को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग

हेडगेवार, सावरकर और गोलवलकर ने जो चिन्तन किया था उससे  हिंदुत्व के अनेक प्रकार के धूर्त संगठनों की स्थापना हुई थी. इन संगठनों की स्थापना तीन चीज के लिए की…

  • August 27, 2023
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कुंज भवन सएँ निकसलि रे रोकल गिरिधारी

कुंज भवन सएँ निकसलि रे रोकल गिरिधारी। एकहि नगर बसु माधव हे जनि करु बटमारी।। छोरू कान्ह मोर आंचर रे फाटत नब सारी। अपजस होएत जगत भरि हे जानि करिअ…

  • August 27, 2023
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हिन्दू धर्म के सभी शास्त्र मनुष्य को पशु क्यों सम्बोधित करते हैं !

हिन्दू धर्म या सनातन धर्म के सभी प्रमुख शास्त्र विशेष रूप से आगम ग्रन्थ पशुओं के उद्धार के लिए ही कहे गये हैं. मनुष्य जन्म लेता है लेकिन वह मूलभूत…