आत्मकारक को बल प्रदान करती हैं गायत्री मन्त्र की शक्तियाँ, सूर्य कमजोर हो तो गायत्री का करें वरण
अध्यात्म विज्ञान में स्थान-स्थान पर प्रकाश की साधना और प्रकाश की याचना की गई है. “असतो मा सदगमय तमसो मा ज्योतिर्गमय .. यह प्रकाश नहीं वरन् वह परम ज्योति है…

