भागवती प्रपंचवादी ने जब ब्रह्मज्ञानी वेदव्यास को अज्ञानी और दु:खी बताया तथा प्रपंच को सुख का साधन !
भागवत पुराण का प्रपंच वेद व्यास के परवर्जन से प्रारम्भ होता है. वेदव्यास को वेदांत का परमाचार्य माना जाता है और उन्हें ही ब्रह्मसूत्र का रचयिता भी माना जाता है…

