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राहू और केतु राशि परिवर्तन तो महत्वपूर्ण होता ही है लेकिन इनके नक्षत्र परिवर्तन या नक्षत्र चरण परिवर्तन को उसी तरह देखना चाहिए जिस तरह बुध, मंगल आदि तीब्रगामी ग्रहों का मासिक राशि परिवर्तन. राहु-केतु लगभग तीन महीने में अपना नक्षत्र चरण बदलते हैं. बृहस्पति और शनि को छोड़कर कोई अन्य ग्रह इतनी धीमी रफ्तार से नहीं चलते हैं. भारतीय ज्योतिष में राहु का फल शनि (शनिवत राहु) की तरह तथा केतु (भौमवत केतु) का फल मंगल के समान देता है ऐसा कहा जाता है अर्थात राहु यदि अशुभ है तो कष्ट और दुःख देने में शनि की तरह है और यदि केतु अशुभ है तो मंगल की तरह पीड़ादायक होता है. राहु केतु को अशुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है लेकिन ये ग्रह शुभ और अशुभ फल अन्य ग्रहों के समान ही देते हैं. केतु की तुलना में राहु ज्यादा शुभ या अशुभ होता है. केतु में मंगल का स्वभाव होने से क्रूरता ज्यादा है जबकि राहु में शनि के कारण पापत्व ज्यादा है. इनका शुभत्व या अशुभत्व कुंडली में स्थितियों के अनुसार ही होते हैं. ऐसे में इनका हर तीन महीने में होने वाला नक्षत्र चरण परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण होता है. इस समय राहु मीन राशि में रेवती नक्षत्र के तीसरे चरण में है और केतु कन्या राशि में चित्रा नक्षत्र के पहले चरण में है. 4 मार्च को 11:57 बजे राहु रेवती नक्षत्र के दूसरे चरण में प्रविष्ट होगा वहीं केतु चित्रा नक्षत्र को छोडकर चन्द्रमा के हस्त नक्षत्र के चौथे चरण में प्रविष्ट होगा. ऐसे में सभी बारह राशियों के लिए इनका शुभाशुभ फल होगा. जानते हैं किन राशियों के लिए यह गोचर विशेष लाभकारी हो सकता है और किन राशियों के लिए यह दुःखदाई हो सकता है –

मेष राशि
मेष राशि के लिए यह चरण परिवर्तन शुभ-अशुभ दोनों ही परिणाम देने वाला होगा. राहु बारहवें व्यय भाव में गोचर कर रहा है ऐसे में इस परिवर्तन से आपको भाग दौड़ और खर्च का सामना विदेशी मित्रों और संबंधियों से कुछ अप्रिय समाचार मिल सकता है. विदेश से व्यापर में लाभ प्राप्ति के योग बन रहे हैं. धन लाभ तथा हानि दोनों ही होने की सम्भावना है लेकिन इस दौर में ये जातक धन संग्रह तेजी से कर सकते हैं. कर्म क्षेत्र में सफलता के योग रहेंगे. धन के मामले में सतर्क रहना आवश्यक है क्योंकि यह संकट में भी डाल सकता है रेड इत्यादि पड़ने के योग रहेंगे. स्वास्थ्य पर ध्यान रखें विशेष करके पेट और वायु संबंधी विकार से बचें.

वृषभ राशि
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए राहु का प्रभाव आय के साधन को बढ़ाएगा और कर्म क्षेत्र में यह लाभदायक रहेगा. धन का आगमन सहजता से होगा, इच्छाएं पूर्ण होंगी. कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों से सहयोग मिलेगा. परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद, पारिवारिक जीवन में परेशानी की सम्भावना रहेगी. इन जातको के लिए भी राहु का यह परिवर्तन शुभ-अशुभ दोनों परिणाम देने वाला होगा. मीडिया- कला-एंटरटेनमेंट के क्षेत्रो में कार्य करने वाले जातको के लिए तीन महीने काफी अच्छे हो सकते हैं. धर्म कर्म में प्रगति रहेगी, धर्म करना न छोड़ें. गुरु की सेवा करने से बृहस्पति इच्छाओं को आवश्य पूर्ण करेंगे..

मिथुन राशि
राशि से दशम कर्मभाव में गोचर करते हुए राहु का यह परिवर्तन बेहतरीन सफलता कारक होगा. इन जातकों की सामाजिक उन्नति और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. राजनीतिक क्षेत्र में कार्यरत जातकों के लिए यह समय काफी अच्छा रहेगा. विरोधी की हानि से लाभ मिलने का योग रहेगा. दाम्पत्य जीवन के लिए यही समय थोडा कष्टकारी हो सकता है. प्रेम सम्बन्धो में दरार आएगी और प्रेमिका सम्बन्ध को ब्रेक कर सकती है या कर सकता है. इस दौर में कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा, सरकार से लाभ मिलेगा. विदेश यात्रा के निःसंदेह योग रहेंगे.

कर्क राशि
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए राहु का यह चरण परिवर्तन बहुत अच्छा नहीं रहेगा. इस दौर में पार्टनरशिप के कार्यों में अडचन आएगी, पार्टनर से सेपरेशन और कलह की सम्भावना प्रबल रहेगी. पर स्त्रीगमन में रूचि बढ़ेगी और सेक्स की इच्छा प्रबल होगी. इस समय दोस्त-मित्र से लाभ और प्रेम की प्राप्ति होगी. इस दौर में कई बार आपका कार्य होते-होते रुक जाएगा लेकिन अंतत:थोड़ी परेशानी के बाद कार्य सम्पन्न होगा. धर्म और आध्यात्म के प्रति रूचि बढ़ेगी लेकिन इसमें विघ्न पड़ेगा. कर्म क्षेत्र से सम्बन्धित यात्रायें होंगी. माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें.

सिंह राशि –

सिंह राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के बावत राहु का यह परिवर्तन अच्छा नहीं रहेगा. मानसिक चिंताओं से लड़ना पड़ेगा और दुर्घटना इत्यादि के योग रहेंगे. इस समय इन जातको पैतृक सम्पत्ति की प्राप्ति के योग हैं. दाम्पत्य जीवन में कलह और डायवोर्स की स्थिति बन सकती है. कोर्ट कचहरी के चक्कर लग सकते हैं. पुरुष जातक इस दौर में स्वयं को थोडा नैतिक बना कर रखे और तदनुसार कार्य करें. इस समय कर्म क्षेत्र से धन लाभ का भी योग रहेगा परन्तु कोई खतरा न उठायें. स्टॉक एक्सचेंज में कार्य करने वाले जातको को विशेष सावधान रहने की जरूरत रहेगी.

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के सप्तम भाव में गोचर करते हुए राहु का यह चरण परिवर्तन पीड़ादायक हो सकता है. इस दौर में इन जातकों को कई स्तरों पर हानि और बिजनेस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. दाम्पत्य जीवन के लिए यह थोड़ा कठिन समय रहेगा परन्तु पार्टनर से और विदेशो से व्यापार द्वारा लाभ के भी योग रहेंगे. इस दौर में इन जातकों को कामचारी प्रवृति से खुद बचना चाहिए. कर्म क्षेत्र से भाग्यसे कुछ लाभ की सम्भावना रहेगी और धन की प्राप्ति भी होगी. कार्य क्षेत्र में वाणी पर नियन्त्रण रखें. धर्म की प्रवृत्ति बनाये रखें, ब्राह्मण की सेवा करने क्स्से इन जातकों की परेशानियाँ दूर होंगी.

तुला राशि
तुला राशि के जातकों शत्रु भाव में गोचर करते हुए कुछ अच्छा फल तो प्रदान कर सकता है लेकिन ज्यादातर मामले में इसका चरण परिवर्तन लाभकारी नहीं रहेगा. इस समय कर्ज और हानि के साथ चिंताएं बढ़ सकती हैं. राहु कोई लाइलाज रोग दे सकता है. पारिवारिक जीवन के लिए भी यह परिवर्तन कष्टकारी हो सकता है. यदि पार्टनर से पहले ही सम्बन्ध कटु हैं तो राहु क़ानूनी रुख अख्तियार करने को विवश कर सकता है. यदपि की इन जातकों के दुश्मन प्रभूत होंगे और कोर्ट कचहरी में सफलता मिलने का योग रहेगा. कार्य क्षेत्र में बड़ी मुश्किले नहीं आएँगी, परिवर्तन के साथ लाभ के योग अवश्य बनेंगे. राहु बिजनेस में सफलता के योग बनाएगा.

वृश्चिक राशि –

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए पंचम भाव में गोचर करते हुए राहु इन्हें धन लाभ कराएगा. पुत्र कष्ट प्रदान कर सकता है. जो स्त्री जातक गर्भवती हैं उनके गर्भपात हो सकता है इसलिए बहुत सावधानी की आवश्यकता होगी. मीडिया, आईटी, एंटरटेन्मेंट आदि क्षेत्रों में कार्यरत जातकों के लिए राहु का यह परिवर्तन लाभकारी रहेगा. स्टॉक एक्सचेंज और लाटरी में इस समय खतरा उठाने से लाभ की प्राप्ति के योग हैं. धन संचय और लाभ के लिए यह अच्छा समय रहेगा. इन जातकों के लवअफेयर में भी सफलता मिलेगी परन्तु यह शादी तक पहुंचने में कठिनाई होगी. इस समय सन्तान से कष्ट की सम्भावना रहेगी.

धनु राशि –

राशि से सुख भाव में गोचर करते हुए राहु इन जातकों के लिए लाभकारी रहेगा. इन जातकों के सुख में वृद्धि होगी और नये घर तथा वाहन का लाभ होने की सम्भवना बन रही है लेकिन कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी लेकिन कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. जॉब में परिवर्तन का भी योग रहेगा इसलिए बहुत सोच विचार कर निर्णय लें. धर्म और आध्यात्म में मन लगाने से कार्य में रुकावटें नहीं आएँगी. माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. यात्रा देशाटन का लाभ मिलने का योग बनेगा. कला, मनोरंजन, धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में कार्यरत जातको के लिए यह परिवर्तन शुभ फल प्रदायी रहेगा.

मकर राशि –

मकर राशि से तीसरे भाव में गोचर करते हुए राहु का प्रभाव मिलाजुला फल प्रदान करेगा. इन जातकों के कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी और भाग्य साथ देगा. सन्तान की हानि और कष्ट के दुर्योग होंगे. अनेक तरह की यात्राओं का योग रहेगा. विदेश यात्रा के लिए भी यह समय बेहतर होगा. मीडिया क्षेत्रो में कार्य करने वालों के लिए यह परिवर्तन लाभकारी सिद्ध होगा और भाग्य साथ देगा. पार्टनरशिप में कार्यरत जातक इस समय सावधानी से निर्णय लें और अपनी सोच को सकारात्मक रखे. स्वास्थ्य के लिए यह समय अच्छा नहीं रहेगा, दुर्घटना और किसी लाइलाज रोग की सम्भावना है विशेष रूप से यौन सम्बन्धी रोग पकड़ सकता है. पारिवारिक और दाम्पत्य जीवन के लिए यह परिवर्तन शुभ फलदायी नहीं रहेगा.

कुम्भ राशि-

कुम्भ राशि से द्वितीय भाव में गोचर करते हुए राहु इन जातकों के लिए कई मायनों में शुभफलदायी होगा. इन जातकों को विदेश यात्रा और कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी. धन लाभ के भी योग है. शादी और लवअफेयर के लिए भी राहु का यह परिवर्तन इच्छाओ को पूर्ण करने वाला है. वाणी पर नियन्त्रण रखें, न रखने से हानि हो सकती है. खानपान पर नियन्त्रण रखें, मदिरापान और अमिष भोजन से बचें. राहु इस दौर में इन जातकों को भोग में लगाएगा और इन्हें भोग की प्राप्ति होगी परन्तु अति भोग से बचें, अकस्मात बड़ी हानि हो सकती है. कर्म क्षेत्र में भी इन जातको को लाभ की प्राप्ति होगी, कुलमिलाकर इन जातकों के लिए अच्छा समय रहेगा.

मीन राशि-

मीन राशि में स्थित राहु इन जातकों के लिए धन प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करेगा. धन का आगमन आसानी से होता रहेगा, इस सम्बन्ध में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी. राहु इन्हें बहुत अस्थिर अवश्य करेगा और कर्म क्षेत्र में भागदौड़ होगी. मन उद्दिग्न रहेगा, मानसिक रूप से परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. इन जातकों को स्वास्थ्य के बावत बहुत सावधान रहना होगा, अकस्मात लम्बा बीमार पड़ सकते हैं. पारिवारिक और दाम्पत्य जीवन की सुख शांति में राहु का यह परिवर्तन खलल डालेगा इसलिए इस दौर को शांति पूर्वक हैण्डल करें.