यह पहले हमने लिखा था कि नरेंद्र-मोदी हिंदुत्व रैकेट के जाने पहचाने चेहरे कौन हैं? यह सारी दुनिया जानती है. ये सभी चेहरे प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शरीक हुए थे. इस नामी गिरोह के सभी सदस्य जानते थे कि यह उनका राजनीतिक कार्यक्रम है. मन्दिर के राजनीतिक कार्यक्रम में अनेक सेलिब्रिटीज नहीं पहुंचें जिनमे प्रसिद्द अक्षयकुमार, विराट कोहली और दक्षिण भारत के दिग्गज एक्टर मोहन लाल भी शरीक हैं. गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में चर्चित मोदी भक्त अक्षय कुमार के शरीक न होने का कारण कोई व्यक्तिगत नहीं है. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पिछले साल उनकी लगभग सभी फ़िल्में जो हिंदुत्व का प्रोपगेंडा करती, भौड़े एस्थेटिक के अनुसार बनी थीं; पर्दे पर बुरी तरह फेल हुई थी. अक्षय कुमार ने उसके बाद एक दो फ़िल्में बनाई जो उसके ठीक उलट थीं. अक्षय को फिल्मों के असफल होने और घाटे में जाने की वजह मोदी-भक्त की राष्ट्रीय पहचान लगा इसलिए कुछ एक महीनों से अक्षय कुमार ने निश्चित दुरी भी बना ली थी. भक्तो और हिंदुत्व रैकेट का उनसे अकस्मात मोहभंग भी हो गया था. प्रोपगेंडा करने वाले महत्वपूर्ण नायक के यूँ खत्म हो जाने के बाद मोदी का कामकाज करने वाले प्रोपगेंडा मिनिस्टर और हिंदुत्व गुज्जी रैकेट ने नमकीन रनबीर कपूर को ज्यादा बेहतर समझा और उसको हिंदुत्व की प्रोपगेंडा फिल्म बनाने का जॉब दे दिया. उसने दो तीन राष्ट्रवादी फिल्मे अक्षय कुमार की तर्ज पर ही बनाई लेकिन सफल रहीं. उसमे उसकी फिल्म “जानवर” भक्तों के चरित्र के अनुकूल थी इसलिए सभी भक्तो की फेवरिट बन गई और सुपर हिट हुई. जब रनबीर-अलिया अकस्मात ही भक्तों के फेवरिट हो गये तो अक्षय कुमार का स्वयमेव वहिष्कार हो गया. रूठे अक्षय कुमार ने प्रतिष्ठा कार्यक्रम का वहिष्कार कर दिया और नहीं आये. आप को बता दें कि आलिया भट्ट पर इससे पूर्व तक भक्त सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा हमलावर रहते थे और उसे मुस्लिम बताते थे. आलिया भट्ट को मुस्लिम दुराचारी महेशभट्ट की बेटी बता कर उस पर बहुविधि हमला करते थे. जाहिर है कार्यक्रम को विरोधी कैम्प ने उड़ा लिया था.
इस सबके बीच सबसे बड़े स्टार किंग विराट कोहली का प्रतिष्ठा कार्यक्रम में न पहुंचना सबको खल गया. गोदी मीडिया और भक्त मंडली अयोध्या में अनुष्का-कोहली की जोड़ी को खोजती रही मानों वे सच्चे अर्थों में सीता-राम हों, लेकिन वे कहीं नजर नहीं आये. यह कार्यक्रम की बहुत बड़ी भद्द पीटने जैसी खबर थी. देश को कैसे मुंह दिखायेंगे? सभी तो जाने पहचाने फासिस्ट रैकेट का चेहरा हैं, ज्यादातर नीच भक्त हैं? उनकी चिंता नहीं, वो तो आने ही थे. विराट कोहली का आना बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि वे राष्ट्रवादी हैं और पक्के हिन्दू भी हैं. विराट कोहली के राष्ट्रवाद और आस्थावान हिन्दू होने पर कोई प्रश्न चिन्ह नहीं उठाया जा सकता है. उनकी छवि साफ सुथरी है, सभी वर्गों में उनकी स्वीकार्यता है. लेकिन भक्त अपने पापों को भूल रहे थे? अनुष्का-शर्मा और विराट कोहली दोनों को सोशल मीडिया पर पहले बहुत गालियाँ बक चुके हैं, भद्दे कमेन्ट कर चूके हैं, उनको कुत्ता बता चुके हैं और न जाने क्या क्या अपमान कर चुके हैं. यह कोहली और अनुष्का शर्मा कैसे भूलते ??

विराट कोहली के देश भर में फॉलोवर्स की संख्या, कार्यक्रम में जितने मोदी भक्त सेलिब्रिटी पहुंचे थे उनसे कई गुना अधिक है. कोहली और उनकी वाइफ अनुष्का शर्मा को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्योता भेजा गया था और दोनों ने इस न्योते को स्वीकार भी किया था लेकिन दोनों मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य कार्यक्रम में नही पहुंचे. ऐसे में सम्पूर्ण भक्त्त मंडली और गोदी मीडिया ने झूठ का दामन पकड़ लिया और कोहली की कुछ कार्यक्रमों की पुरानी तस्वीरे सर्कुलेट करने लगे. कुछ चैनलों ने हमशक्ल खोज निकाला और उसे ही विराट कोहली बताकर कोलाहल करने लगे कि विराट कोहली भी प्राण प्रतिष्ठा में शरीक हुए थे. जिस तस्वीर को लेकर दावा किया गया कि विराट ने कार्यक्रम में शिरकत की थी, दरअसल, वह अयोध्या की नहीं बल्कि कहीं दूसरे कार्यक्रम की पुरानी तस्वीर है. रिपोर्ट के अनुसार कोहली अपने दोस्त राहुल कनाल से मिलने गणेश चतुर्थी के लिए अवसर पर उनके घर गए थे. वो तस्वीर वहीं ली गई थी. सोशल मीडिया अंकाउंट पर भी भक्तों ने कोहली के रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराने की खबर दी. अब इसको एक्सपोज किया जा चूका है. क्या भक्त विराट-कोहली और अनुष्का शर्मा को देशद्रोही और एंटी-हिन्दू कहना शुरू करेंगे ? यह कभी भी शुरू हो सकता है.
गौरतलब है कि विराट कोहली का कद अमिताभ बच्चन से बड़ा है जहाँ तक सत्यनिष्ठा, जनतंत्र और सेक्युलरिज्म में विश्वास का सवाल है. सारा देश इस बात को जानता है कि अमिताभ बच्चन मोदी भक्त हैं और भजन गाते हैं. अमिताभ बच्चन वास्तव में अँधभक्त है और सोशल मीडिया पर गाली खाते रहते है लेकिन उन्हें शर्म नहीं आती है.

