हिंदुत्व का धर्म से कोई लेना देना नहीं है. यह हिंदुत्व फासिस्ट संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और गुजराती कार्पोरेट की राजनीति है. इस राजनीति में पुराण मध्य युग के ब्राह्मण-क्षत्रिय-बनिया का सामाजिक वर्चस्व को पुन: स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा हैं. इस एक फोटो से देखें ..

वर्तमान में नरेंद्र मोदी इस हिंदुत्व का प्रमुख नेता है. यह हिंदुत्व मूलभूत रूप से ब्राह्मण बाबाओ, क्षत्रियों और बनियों की राजनीतिक मुहीम है.. इन बाबाओ को गुजराती बनिया देश और देश की जनता से लूटे सारा काला धन देते हैं, बदले में ये हिंदुत्व की राजनीतिक मुहीम में खुल कर काम करते हैं. ये न केवल जनता का ब्रेनवाश करते हैं बल्कि खुल कर राजनैतिक प्रचार करते हैं.

गौतलब है कि यही बनिया पिछले 60 साल तक हिन्दू धर्म के खिलाफ काम करता रहा है. यह उस कला-संस्कृति का प्रमुख प्रमोटर रहा जिसमे हिन्दू देवी-देवताओं को गंदा दिखाया जाता था. पूरे फिल्म उद्योग में इनका ही पैसा लगा हुआ है. वे फिल्मे जिनमे ब्राह्मणों को गाली दी गई, अपमानित किया गया और हिन्दू देवी देवताओं को अपमानित किया गया, धर्म को कोसा गया, उसके पीछे इनका ही हाथ था. तो अब इन बनियों ने फासिस्ट टर्न क्यों लिया?
यही महत्वपूर्ण है समझना.

