
आरएसएस-विहिप विगत तीस सालों से अनेक प्रकार धूर्त, क्रिमिनल और ठगों को अपने राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बाबा के रूप में पैदा कर रही है और भाजपा द्वारा उनका राजनीतिक कार्य में उपयोग किया जाता है. इन्इही ठगों को गुजराती बनियों द्वारा काले धन से फंड किया जाता है. इसके इतर आरएसएस-भाजपा बाबाओं को अपने राजनीतिक प्लेटफोर्म पर लालच देकर भी लाते हैं और उनको बतौर पार्टी कार्यकर्ता मुहीम में लगाते हैं. इनका प्रमुख कार्य समाज में अधर्म को फैलाना, मिथ्या और झूठी बातों को फैलाना होता है. ये दंगा फ़ैलाने का भी काम करते हैं और ‘सिर तन से जुदा” जैसे वक्तव्य देते हैं. इन्हीं कलनेमियों में से अनेक बलात्कार में जेल गये हैं.
इनकी फैक्ट्री के बाबा ही ज्यादातर बलात्कारी बन कर सामने आये हैं. अपने राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए इन्होने अधोक्षजानंद जैसे नकली शंकरचार्य भी बना कर घुमया और सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्म गुरुओं की प्रतिष्ठा को नष्ट करने का प्रयास किया. ऐसे में सभी हिन्दुओं को प्रमाणिक शंकराचार्य को पहचानना चाहिए. वर्तमान समय में ये ही चार शंकराचार्य हैं –
