सूर्यदेव कर्क राशि में अश्लेषा दूसरे चरण में गोचर कर रहे हैं. अब कर्क से सिंह राशि में गोचर होने वाले हैं. सूर्य देव 16 अगस्त को शाम 7 बजकर 53 मिनट पर अपनी राशि सिंह में प्रवेश करेंगे. वे अपनी स्वराशि सिंह में एक महीना रहेंगे, उसके बाद कन्या राशि में गोचर करेंगे. सूर्य देव 16 सितंबर को शाम 7 बजकर 52 मिनट तक सिंह में विराजमान रहेंगे. इस दौरान सिंह राशि यहां 22 अगस्त तक सूर्य, वक्री बुध की एक बेहतर युति से बुधादित्य योग बनेगा. इन राशियों को हो सकता है इस गोचर में फायदा –
मेष: सिंह राशि में सूर्य का गोचर मेष जातकों को शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलताएं दिला सकता है. मनोरंजन और कला जगत में कार्यरत जातकों को भी इस गोचर में लाभ मिल सकता है. इन जातकों का प्रेम सम्बन्ध और विवाह के योग बन सकते हैं. राजनीति के क्षेत्रो में कार्यरत जातको को कोई पद की खुशखबरी मिल सकती है. इस गोचर में इन जातको को पुत्र की प्राप्ति और सफलता मिल सकती है.
कर्क – कर्क राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर बेहतर परिणाम दे सकता है. इनकी इच्छा पूरी होगी और धन तथा सन्तान सुख की प्राप्ति होगी. इस गोचर में इन जातकों के लिए धन लाभ से सम्बन्धित रस्ते खुलेंगे. यह परिवार के लिए भी बेहतर रहेगा. परिवार में नये सदस्य का आगमन हो सकता है. चन्द्रमा अति मित्र सूर्य देव अपनी ही राशि में स्थित है यदि केतु जन्म कुंडली में शुभ स्थान में होगा तो गोचर के उत्तरार्ध में भी इन जातकों को लाभ मिलेगा.
मिथुन: सूर्य के राशि परिवर्तन के कारण मिथुन राशि के लोगों को बहुत अच्छा परिणाम देगा, इनके पराक्रम की वृद्धि करेगा और ये कर्म क्षेत्र में आ रही मुसीबतों से बेहतर निपट पाएंगे. मीडिया, प्रिंटिंग, कम्युनिकेशन के क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए यह गोचर लाभप्रद रहेगा. करियर के क्षेत्र में कोई उपलब्धि हासिल हो सकती है. इस समय में इन जातकों के भी आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा रहेगी. यदि केतु कुंडली में शुभ स्थान पर है तो इन जातकों को कई बड़ी सफलता प्राप्त हो सकती है. इस दौरान इन जातकों की छोटी-बड़ी यात्रा हो सकती है और विदेश गमन का योग बन सकता है.
सिंह: सूर्य का गोचर अपनी ही राशि में होने वाला है इस लिए यह सूर्य गोचर का शुभ प्रभाव देने वाला है. इन जातकों के जीवन में ऊर्जा का संचार होगा और भाग्य साथ देगा. इनको यश, कीर्ति, पद और प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है. नौकरीपेशा लोगों को सम्मान मिल सकता है. इन जातकों सरकारी मदद और सरकार से आमदनी हो सकती है. यदि केतु मकर और मीन राशि में है तो अनेक प्रकार से धन लाभ हो सकता है और मनो कामनाएं पूरी हो सकती हैं.
तुला: तुला जातकों के लिए भी मिथुन राशि की तरह ही शुभ फल की प्राप्ति होने वाली है. सूर्य एकादश में भाव में अत्यंत शुभप्रद होगा और इन जातकों की आमदनी और आय के स्रोत दोनों ही बढ़ा सकता हैं. इनकी इच्छाएं पूर्ण होंगी और धन का आगमन होगा. यदि मीन और वृश्चिक में स्थित हो केतु और शुक्र तो इन जातकों को बिजनेस से बड़ा लाभ और धनागम हो सकता है. कम्पटीशन की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए यह शुभ महीना रहेगा. इन जातको के विवाह और सन्तान का योग भी बनेगा.
वृश्चिक: सूर्य का राशि परिवर्तन वृश्चिक राशि के लोगों के लिए बेहद लाभप्रद होगा. इन जातको को सरकारी महकमे से लाभ और सरकारी नौकरी का योग है. इन्हें पदोन्नति के भी योग रहेंगे. राजनीतिक क्षेत्रों में कार्यरत जातकों के लिए भी यह समय शुभ महीना रहेगा, उन्हें राजनीतिक सफलता मिल सकती है. गोचर के पहले साथ ही इन्हें प्रभुत्व वाले लोगों से सहयोग प्राप्त होगा और कोई बड़ा लाभ का पद मिल सकता है या काम मिल सकता है. कन्या राशि या मेष राशि में यदि केतु हो तो इन जातकों को बहुविध लाभ मिलेगा और सफलता मिलेगी.

