
दिसम्बर महीने में बुध, सूर्य, शुक्र, मंगल और गुरु ग्रह की चाल में परिवर्तन हो रहा है. आज 13 दिसम्बर को बुध धनु राशि में वक्री हो गया है. सूर्य 16 दिसंबर को धनु राशि में गोचर करेगा और 23 दिसम्बर को बुध से युत होगा. अगले 27 दिसम्बर को मंगल भी धनु राशि में गोचर करेगा और वक्री बुध से युत होगा. ग्रहों की बदलती चाल और युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर दिखेगा. सूर्य का यह गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ है तथा कुछ के लिए अशुभ फल होगा. सूर्य ग्रह के शुभ प्रभाव से मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह के जातकों को करियर में सफलता मिल सकती है परन्तु जीवन के अन्य पहलुओं में परेशानी का शबब बन सकता है. कन्या तथा मकर को अशुभ परिणाम दे सकते हैं, वहीं मीन और कुम्भ जातकों को उन्नति का योग बना सकते हैं.
धन-वैभव और ऐश्वर्य का कारक ग्रह शुक्र 25 दिसंबर को वृश्चिक राशि में गोचर करेगा. इस राशि में शुक्र बहुत अच्छा नहीं होता, यह उसकी विरोधी राशि है. इस गोचर से कर्क, सिंह, मकर और कुम्भ राशि वालों को लाभ प्राप्त हो सकता है. ध्यान रहे यह सामान्य गोचर फल है. गोचर फल देखने के लिए कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति को देखना महत्वपूर्ण है. शुक्र गोचर में शुभ स्थान में ऐश्वर्य के साधनों में वृद्धि करता है, साथ ही नौकरी में तरक्की और व्यापार में मुनाफा दिलाता है. जातकों को घर या कार दिला सकता है.
ग्रहों में सेनापति मंगल साहस, ऊर्जा व पराक्रम का कारक है. मंगल 27 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेगा और धनु राशि में अल्प समय के लिए गंडमूल नक्षत्र में बुध-मंगल युति बनेगी. यह अनेक जातकों को मानसिक रूप से परेशान कर सकता है और स्थिति को खराब कर सकता है. वृष, कर्क और मकर राशि वालों को सतर्क रहना चाहिए. इस गोचर के दौरान धनु राशि में 9 जनवरी को मंगल सूर्य से गूढ़ युति में रहेगा. इस समय कर्क, वृष, मकर और मिथुन राशि को सतर्क रहना चाहिए. मंगल के गोचर से मेष, सिंह, कुम्भ राशि वालों को फायदा हो सकता है लेकिन यह निर्भर करता है जातकों की कुंडली में उनकी स्थिति पर.
बुध वाणिज्य, व्यापार व बुद्धि का कारक है. बुध वक्री है और यह वक्री अवस्था में 28 दिसंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा. बुध के इस गोचर से वृषभ, तुला, कन्या, कुम्भ, मकर राशि वालों को लाभ हो सकता है. नौकरी में उन्नति के योग बनेंगे और आर्थिक तरक्की के मार्ग प्रशस्त हो सकते हैं.