नीम करौली बाबा का आजकल बहुत प्रोपगेंडा हो रहा है. इनका नाम ऐपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स से जुड़ा होने के कारण इनकी प्रसिद्धि हो गई. ऐसा माना जाता है कि 1974 में स्टीव जॉब्स बाबा नीम करोली के आश्रम में आए थे. वह जीवन से हताश और निराश हो गया था और नशे में डूब गया था. जैसे सभी विदेशी नशे में डूबे रहने या भोग से ऊब जाने के बाद भारत में शांति खोजने या मनोरंजन करने आते हैं. यहाँ बाबाओं के साथ गांजा चरस फूंकते हैं और सत्य की खोज करते हैं. सच की खोज में स्टीव भी खोजते खोजते बाबा नीम करोली के आश्रम में आया था. बाबा नीम करोली से स्टीव जॉब्स की मुलाकात नहीं हुई क्योंकि बाबा 11 सितम्बर 1973 में ही देह त्याग चुके थे. लेकिन इंटरनेट भरा हुआ है इस गल्प से कि नीम करोली बाबा ने काटा हुआ सेव दिया था जिसको उसने अपनी कम्पनी का लोगो बनाया और अरबपति बन गया. ऐसी कहानी भी आईटी वालो द्वारा बताई जाती है कि स्टीव जॉब्स LSD लेता था. जब वह नीम करौली बाबा से मिला तो उन्होंने पूछा ये कौन सी गोली खा रहे हो. उसने बताया कि यह LSD है, इससे बहुत लम्बा नशा होता है और समाधि जैसा बड़ा आनंद मिलता है. करौली बाबा ने स्टीव जॉब्स के हाथो से दस से ज्यादा गोलियां ले कर एक ही बार में खा लिया और लेटे रहे. उन्हें कुछ नहीं हुआ. यह देख कर स्टीव जॉब्स के होश उड़ गये. वह चरणों में लोट गया और उनसे ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करने लगा. उस समय कृपा करके करौली बाबा ने स्टीव जॉब्स को ज्ञान दिया जिससे वह बड़ा बुद्धिमान तकनीकी विशेषज्ञ हो गया. उन्होंने उसे जाते समय अपना खाया हुआ सेव दिया जिसको उसने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया और उसे ही एपल का सिम्बल बनाया. स्टीव जॉब्स की सन् 2003 में 56 वर्ष की आयु में पैनक्रियाटिक कैन्सर की बीमारी से मौत हो गई थी.
आजतक गोदी मीडिया पर भी लिखा गया है कि एप्पल फोन का लोगो बाबा नीम करौली की ही देन है. जब प्रसाद के रूप में अपना खाया हुआ सेब बाबा ने एप्पल के संस्थापक को दिया, तो उसी को तो उसी को उन्होंने अपना लोगो बनाकर पूरी दुनिया में पहचान बनाई. यह कहानी हिंदुत्व ठगों द्वारा खूब फैलाई गई विशेष रूप से आईटी कम्पनियों में काम करने वाले इंटनेट कुलियों द्वारा यह सोशल मीडिया पर फैलाया गया. यूट्यूब पर जाहिलो की भरमार है, तो वहां भी हिंदुत्व इकोसिस्टम इस तरह की बातों को बहुत तेजी से फैलाता है. यूट्यूब पर भी बाबा नीम करौली और स्टीव जॉब्स की कहानी के सैकड़ो वीडियो मिल जायेंगे.
अधावन्तो को राधा पढने वाला गायक कथावाचक अनिरुद्धाचार्य भी यह बात कह कर जनता को रहस्य बाँट रहा है ..

