
महाकुम्भ में क्या क्या नहीं हो रहा है अर्थात सब कुछ हो रहा है. अखाड़े वेश्याओं के अड्डे बन रहे है और महंथ तथा बाबा शराब और शबाब में डूबे हुए हैं. काले धन का प्रकोप बाबाओं, कथावाचकों पर हुआ है. काले धन से ये करोड़ो की कार और महंगे गैजेट्स, महंगे बैग और आलीशान कपड़े पहन रहे हैं तथा सभी भोग के साधन इनके आश्रमों में उपलब्ध है. ऐसे में इनका धर्म, ज्ञान, साधना से दूर दूर तक कोई सम्बन्ध नहीं रह गया है. ये ज्यादातर राजनीतिक मंच की सामग्री बन गये हैं और झूठ तंत्र का हिस्सा बन कर जनता को बरगला रहे हैं.
इस मुंबई समाचार चैनल के शॉकिंग वीडियों में प्रसिद्ध जुना अखाड़े के बाबा दारु पी रहे, वेश्याएं उनके मुख पर केक पोत रही हैं और महंथ वेश्याओं संग मजे ले रहे हैं..