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प्रयागराज महाकुंभ के 24वें दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगम में गुप्त रूप से पवित्र स्नान किया. यह स्नान एक शाही स्नान था जिसके लिए विशेष मंच बनाया गया था और कैमरे सजाये गये थे. उन्होंने इम्पोर्टेड नीले’ रंग का पेंट और केसरिया जर्सी पहन कर स्नान किया. बताया जा रहा है कि यह स्नान ज्योतिष मुहूर्त देख कर करवाया गया है.गौरतलब है कि पिछले बार उन्हीं ठग ज्योतिषियों ने राममन्दिर का मुहूर्त निकाल उद्घाटन करवाया था जिसके कारण मोदी जी राम मन्दिर क्षेत्र की अयोध्या सहित सारी लोकसभा सीट हार गये थे.

नरेंद्र मोदी का यह भी यह एक प्रोपगेंडा ही था लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह नहीं है कि कुम्भ में पैंट-शर्ट पहन कर स्नान किया बल्कि यह है उनकी कमर में पिस्तौल लटकी हुई दिखी. यह सनातन धर्म और गंगा माता का घोर अपमान कहा जा सकता है. कपड़े पहन कर कुम्भ में कौन स्नान करता हैं भला? कपड़े पहन कर स्नान करने के पीछे भय है, कपड़े उतार देने पर पिस्तौल साथ नहीं रहती. यह भयभीत रहने वाला व्यक्ति पिस्तौल लेकर सोता भी होगा. इससे नरेंद्र मोदी का क्रिमनल और कालनेमि चरित्र भी सामने स्पष्ट होता है. इन सब के बीच भारतीय संस्कृति तो भूल ही गये? भारतीय संस्कृति में इम्पोर्टेड विदेशी कपड़े पहन कर भगवान का दर्शन या गंगा स्नान पिस्तौल लेकर नहीं किया जाता है !

आपको बता दें कि मोदी की सुरक्षा SPG करती है जिस पर हर दिन 1.17 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. एसपीजी कमांडो चार स्तर पर पीएम की सुरक्षा करते हैं जिसमे एसपीजी के 24 कमांडो सुरक्षा में तैनात रहते हैं. एसपीजी कमांडो फुली ऑटोमेटिक गन FNF-2000 असॉल्ट राइफल से लैस होते हैं. इनके पास GLOCK 17 नाम की एक पिस्टल भी होती है. आश्चर्यजनक है कि इतनी सुरक्षा के बाद भी मोदी भयभीत रहता है जबकि राहुल गाँधी कहीं भी किसी से बेधडक मिलते हैं. राहुल गांधी को किसी से भय नहीं है, वह इंदिरा गांधी की तरह ही एक निर्भीक जनता का नेता है.