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भाद्रपद के महीने में परिवर्तिनी एकादशी शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. पुराण पुजरियों के अनुसार इस एकादशी के दिन विष्णु योग निद्रा में करवट बदलते हैं. परिवर्तन के कारण इस तिथि को परिवर्तिनी एकादशी तिथि के नाम से भी जानते हैं. चातुर्मास के चार महीने विष्णु सोते हैं और जब करवट लेते है तो उनके उठने का संकेत मिलता है. यशोदा ने कृष्ण जन्‍म के बाद जलाशय में जाकर उनके कपड़े धोए थे, इसलिए इसे जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं.  इस दिन विधि-विधान से विष्णु भगवान का पूजन करने से पापों का नाश होता है और मृत्यु के बाद जीव को बैकुंठ में स्थान मिलता है.

एकादशी मुहूर्त –

पंचांग के अनुसार भादों की एकादशी 13 सितंबर शुक्रवार को रात 10.30 बजे शुरू होगी और 14 सितंबर शनिवार को रात 8.41 बजे तिथि समाप्त होगी. उदया​तिथि के अनुसार 14 सितंबर को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा. पारण का समय 15 सितंबर 2024 – प्रातः 05:34 बजे से प्रातः 08:01 बजे तक रहेगा.