दैव ही प्रभावी होता है और दैव बल ही सबसे शक्तिशाली होता है !
मनुष्य में कुल चार प्रकार का बल है। 1-देह बल 2-धन बल 3-बुद्धि बल 4- दैव बल . देह बल से धन बल बड़ा होता है. देह को धन नियंत्रित…
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मनुष्य में कुल चार प्रकार का बल है। 1-देह बल 2-धन बल 3-बुद्धि बल 4- दैव बल . देह बल से धन बल बड़ा होता है. देह को धन नियंत्रित…
भगवान विश्वरूप हैं इसलिए संसार की सभी मूर्तियों में उस एक ईश्वर का प्राकट्य है. यह संसार भगवान शिव की अष्ट मूर्तियों का ही मूर्तिमान स्वरूप है. पुराण के अनुसार,…
बिहार के डायन प्रथा पर प्रहार करती यह भोजपुरी की यह कविता. यह एक दशवी पास ग्रामीण कवि द्वारा लिखी गई की कविता है. बिहार में हर साल औसतन 95…
श्री महाभागवत पुराण में श्रीराम द्वारा कात्यायनी माता की स्तुति की गयी है. जो मनुष्य प्रतिदिन इस कात्यायनी स्तुति का पाठ करता है, उसके जीवन में आने वाली सभी विघ्न…
गोवत्स द्वादशी एक महत्वपूर्ण पर्हैव. यह त्योहार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की द्वादशी को मनाया जाता है, जो धनतेरस से एक दिन पहले होता है. इस दिन गाय और उनके बछड़ों की…
मध्य पौराणिक युग कि बात है. एक साहूकार बनिया के सात लड़के और एक लड़की थी. साहूकार के बेटे अपनी बहन से बहुत प्यार करते थे. एकबार साहूकारनी के साथ…