मेरठ में रोड शो निकाल रहे बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ‘राम’ का जबर्दस्त विरोध किया गया. गोविल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी खूब लगे और जिस प्रचार रथ पर सवार होकर अरुण गोविल जा रहे थे उसे लोगों ने घेर लिया और जबरन रथ को रोक लिया. चुनाव बहिष्कार के पोस्टर लेकर लोग रथ के आगे अड गए. भ्रष्ट मोदी की लूटपाट नीति से गुस्साए लोगों ने खूब हंगामा किया और चुनाव बहिष्कार के पोस्टर रथ पर चस्पा कर दिए. रामायण के राम का भ्रष्ट और अत्याचारी मोदी के लिए प्रचार जनता को रास नहीं आया.
पल्लवपुरम इलाके में जनसंपर्क अभियान में मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल जनसंपर्क अभियान में पहुंचे थे. जैसे ही उनका काफिला आगे बढ़ा वैसे ही चुनाव बहिष्कार के पोस्टर लेकर इलाके के लोग सामने आ गए. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. अरुण गोविल के प्रचार रथ के आगे भीड़ आ गई और खूब हंगामा हुआ. मुर्दाबाद के नारे लगे और अरुण गोविल वापस जाओ-वापस जाओ के भी खूब नारे लगे. रामायण के राम को समझ ही नहीं आया कि ये क्या हो रहा है. जनता उनको राम क्यों नहीं समझ रही है?
जनता में यहाँ के कैंट के विधायक अमित अग्रवाल के खिलाफ भी मुर्दाबाद के खूब नारे लगाये. मोदी की नीतियों और भाजपाई गुंडों से तंग गुस्साएं लोगों ने प्रचार रथ पर हमला कर दिया और प्रचार रथ पर चढ़ने का भी प्रयास किया. महिलाएं चुनाव बहिष्कार के पोस्टर लेकर प्रचार रथ के आगे आईं और गुस्साए लोगों ने जोरदार हंगामा और नारेबाजी की. पुलिस की काफी मशक्कत करने के बाद जैसे-तैसे लोगों को हटाया गया और प्रचार रथ को आगे भेजा गया.
कौन राम ? रामायण के करेक्टर को पता चलेगा कि रोल प्ले करने से कोई राम नहीं होता और जब भ्रष्ट, अत्याचारी, ठग के लिए काम करे तो जनता रावण समझ पुतला जलायेगी और कालिख पोत देगी.

