यमुना एक्सप्रेसवे स्थित बुद्ध इंटरनैशनल सर्किट में 22 से 24 सितंबर तक चली मोटो जीपी बाइक रेस का कोई लॉजिक किसी को समझ नहीं आया . एकतरफ तो गायें टहल रही थी और दूसरी तरफ यह रेस ? इन दोनों में कोई सांस्कृतिक लिंक बनता दिख नहीं रहा. ट्रेड शो में गोबर , गाय, रामायण, पूजा पाठ था. बाइक रेस’ का धार्मिक ट्रेड से क्या था रिलेशन यह नहीं पता लेकिन यह इसका बड़ा प्रचार योगी ने करवाया था.
इसके लिए स्पेशल शटल चलाई गई जिसका किराया 600 रुपये से 1500 रुपये तक लिया गया. जबकि नोएडा भर के लिए 400 रुपये से 1000 रुपये तक कराया रहा.
इस बाइक रेस से जनता का क्या कोई लाभ हुआ ? यह ट्रेड शो एक घटिया प्रदर्शन बन कर सामने आया जिसमें. गायें स्टालों पर बुकिंग करती दिखीं.
गौरतलब है कि आर्थिक मुद्दों पर फेल होने के बाद ऐसे करतब नाजियों की रिजीम ने भी दिखाए थे..

