योगी आदित्यनाथ और मोदी ने अनेकानेक भस्मासुर उत्पन्न किये जिनमे कई को तो उन्होंने खत्म कर दिया लेकिन अनेक जी का जंजाल बने हुए हैं. पूर्व में भस्मासुरी नुपुर शर्मा से अरब के मुसलमानों को खुश करने के लिए पार्टी से यह कहकर निकाला कि वह “fringe elements” है. अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता को भी फ्रिंज एलिमेंट कह कर पिंड छुड़ाया. फासिस्ट विचारधारा का यही असली चरित्र है. अपनी राजनीतिक सहूलियत के लिए नुपुर शर्मा को भड़काऊ भाषण देने, घृणा फ़ैलाने के लिए रखा गया, फिर जब अरब देश से गुजराती बनियों का बिजनेस आड़े आया तो फ्रिंज एलिमेंट कह कर निकाल दिया. भक्त तब भी नहीं समझे.
अब यह एक और मामला सामने आ गया. डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद (Yati Narsinghanand) ने एक वीडियो में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया और बड़ा बुरा भला कहा. गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती पर मुकदमा दर्ज किया गया. खबर के अनुसार नरसिंहानंद हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी के प्रदर्शन में शामिल होना चाहते थे, पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद नरसिंहानंद ने ये बयान दिया.
यति नरसिहानंद सरस्वती ने वायरल वीडियो में कहा कि पुलिस ने उनकी काफी बेइज्जती की है. अगर हिम्मत है तो अलीगढ़ पर बुलडोजर चला कर दिखाए. सरस्वती ने कहा कि हमें मरना मंजूर है. योगी की पुलिस ने बेइज्जती की है. यह सब कहते हुए नरसिहानंद सरस्वती ने सीएम के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. नरसिहानंद सरस्वती ने कहा कि मैं मर जाऊंगा लेकिन धर्म के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा. सरस्वती ने कहा कि बुलडोजर नकली है और उसकी सच्चाई कुछ दिनों में सबको पता चल जाएगी. यह सब नरसिहानंद सरस्वती ने जब कहा तो वह साथ में सीएम के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग कर रहे थे और मर्यादा भूल गए.
58 वर्षीय दीपक त्यागी मेरठ के एक साधारण परिवार में पैदा हुए. उनके पांच भाई- बहन हैं. पिता सरकारी नौकरी में थे. उन्होंने मॉस्को के इंस्टिट्यूट ऑफ़ केमिकल इंजीनियरिंग से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और सन 1997 में भारत लौटे. यति नरसिंहानंद सरस्वती को कभी परिवार की तरफ से सहयोग नहीं मिला. उनकी पत्नी और एक बेटी भी है. स्टोरी के अनुसार उन्होंने अपने परिवार को छोड़ दिया और सन 2000 के आस पास लव जिहाद की एक घटना ने नरसिंहानंद सरस्वती को हिन्दू धर्म का योद्धा बना दिया. तब से यति नरसिंहानंद परशुराम की तरह फरसा लिए घूम रहे हैं.

