
मोरारी बापू रामकथा वाचक है. उसने व्यासपीठ से कहा था कि कृष्ण बलराम मदिरा पीते थे. कृष्ण ने कोई धर्म स्थापना नहीं की थी. फेल आदमी था कृष्ण, 24 घंटे पीता रहता था बलराम…ये शब्द हैं मोरारी बापू के. इसके लिए उसने शास्त्र का हवाला नहीं दिया था. मोरारी बापू के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और वैमनश्यता फैलाने के लिए मुकदमा दर्ज हुआ था और उसने पब्लिक से माफ़ी मांगी थी. अक्सर कथा के बीच यह अल्ला अल्ला हूँ करता रहता है. उसकी बात में कितनी सच्चाई है? इस सम्बन्ध में एक वीडियो संलग्न किया गया है, उसे देखें.
इस वीडियो में मोरारी बापू द्वारा कृष्ण और बलराम के चरित्र के बारे में जो कुछ कहा गया था उसका क्या पौराणिक आधार है? इसी बात को इस वीडियो में विस्तार से बताया गया है.