नरेंद्र मोदी का जो कुछ धार्मिक कृत्य होता है वह विशुद्ध नौटंकी और प्रोपगेंडा होता है. हर जगह अपनी फोटो लगवाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं, किसी हद तक गिर सकते हैं. सरकारी योजना हो, कोई उद्घाटन हो, कोई प्रोग्राम हो कैमरा सिर्फ इनकी तरफ ही रहता है. इनकी धार्मिक नौटंकी जगजाहिर है चाहे गुफा में कैमरे लगा कर बैठने की नौटंकी हो या राहु काल में मन्दिर जा कर पूजा पाठ करने का ढोंग हो या फिर द्वारका के समुद्र में प्रवेश करने की बात हो. मोदी ने साल की शुरुआत में लक्षद्वीप में जाकर समुद्र में डुबकी लगाई थी और स्नॉर्कलिंग की थी, लेकिन 25 फरवरी २०२४ को उन्होंने द्वारका में कैमरे के साथ स्कूबा डाइविंग की थी और साथ में पूजापाठ का ढोंग भी किया था. इनके ये कृत्य उनकी ग्रह दशा से पूरी तरह स्पष्ट है.
मोदी इस समय मंगल की महादशा और शनि की प्रत्यंतर दशा में हैं. उनकी कुंडली में शनि दसम भाव में स्थित है और दसम,सप्तम, चतुर्थ, तृतीय तथा द्वादश भाव का फल देने वाला ग्रह है. शनि के दसम में स्थित होने और तृतीय का स्वामी होने से उनका सभी राजनीतिक कर्म विशुद्ध राजनैतिक प्रोपगेंडा होता है. शनि उनकी कुंडली में चतुर्थेस और तृतीयेश है. जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव को हिबुक और पाताल भी कहा जाता है. चतुर्थ भाव से ही छोटे बड़े जलाशय भी देखे जाते हैं, व्यक्ति का सीक्रेट कर्म, सीक्रेट दस्तावेज भी इस भाव से ही देखे जाते हैं. शनि इस समय कुम्भ राशि में शतभिषा नक्षत्र में मीन नवांश में गोचर कर रहा है. कुम्भ भी जल राशि मान्य है और मीन राशि भी जल प्रधान राशि है. इसके इतर शतभिषा नक्षत्र का भी जल से सम्बन्ध है. मोदी ग्रह दशा के अनुसार ही नौटंकी करने मोदी समुद्र में गये थे. इस दशा में तीन-चार-दस-बारहवे भाव के सभी मुद्दे कमोवेश दृष्टिगोचर हुए हैं. चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे शनि ने मोदी के द्वारा किये जा रहे सीक्रेट भ्रष्टाचार और लूटपाट को उजागर किया तथा द्वादस भाव से मोदी द्वारा की जा रही फिरौती, ठगी, फ्राड, स्कैम को जनता के समक्ष रख दिया. देश वासियों को यह ज्ञात हो गया कि नरेंद्र मोदी सबसे भ्रष्ट पीएम हैं. दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों ने जबर्दस्त हमला बोल दिया है.
नरेंद्र मोदी का तृतीयेश होने के कारण और शनि के दसम स्थिति से इलेक्टोरल बांड की खबर जगजाहिर करने की बाध्यता हो गई. मोदी ने पूरी कोशिस की लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश से करप्शन की फ़ाइल को इलेक्शन कमिशन को पब्लिक करना पड़ा. कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी ने हमला करते हुए ट्विटर पर लिखा है –
“इलेक्टोरल बॉन्ड्स के नाम पर ‘हफ्ता वसूली सरकार’ ने दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार किया है। कंपनियों से एक्सटोर्शन का यह मॉडल खुद नरेंद्र मोदी का तैयार किया हुआ था। इस ‘आपराधिक खेल’ के नियम स्पष्ट थे: – एक तरफ कॉन्ट्रैक्ट दिया, दूसरी तरफ से कट लिया, – एक तरफ से रेड की, दूसरी तरफ चंदा लिया, ED, IT, CBI जैसी जांच एजेंसियां नरेंद्र मोदी की ‘वसूली एजेंट’ बन कर काम कर रही हैं।”


