नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार पर अब हिन्दुओं का पूरी तरह से भरोसा उठ गया है. इलेक्टोरल बांड्स के खुलासे के बाद, जिसमे बीफ निर्यात करने वाली कम्पनी से मोदी ने 250 करोड़ लिए थे, अब एक नया खुलासा हुआ है.पश्चिम बंगाल में बंगलादेश-भारत बार्डर पर बीफ की तस्करी में भाजपा शरीक है. बीफ की तस्करी सरकार के मंत्री करवाते हुए धरे गये हैं. केंद्रीय मंत्री ने आधिकारिक लेटरहेड पर बीफ निर्यात के फॉर्म छपवाए हैं और बीएसएफ को जारी किया है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से इस लेटर पैड की फोटो ट्वीट किया है.
इस आदेश में बंग्लादेशियों को भारत-बांग्लादेश सीमा पर गोमांस तस्करी के लिए “पास” जारी किया गया है.हर बंगलादेशी को 3 किलोग्राम गोमांस की अनुमति दी गई है. यह एक चौकाने वाला खुलासा है. भाजपा शासित राज्यों में गौहत्या अपने चरम पर थी और उत्तर प्रदेश, राजस्थान में गौरक्षा दल वाले ही गौमांस की तस्करी में शरीक पाए गये थे. बजरंग दल के नेता और कार्यकर्ता मुसलमानों के साठग मिलकर गौहत्या करवा रहे थे. पिछले दिनों एक बजरंगदल का कार्यकर्ता गिरफ्तार भी हुआ था.
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर की रिपोर्ट के अनुसार भारत बहुत जल्द गो-मांस एक्सपोर्ट करने के मामले में ब्राजील को पछाड़ कर नंबर वन हो जायेगा. नरेंद्र मोदी ने बीफ निर्यात को इस तरह बढ़ावा दिया कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसे सोना की खान समझा और इसमें शरीक हो गये. बीफ का धंधा करने वाले भाजपा नेताओं,मंत्रियों और कार्यकर्ताओं ने हिन्दू धर्म की जड़े ही खोदी हैं.अयोध्या राममन्दिर की लूटपाट जगजाहिर हो चुकी है. इन्होने भगवान राम को भी नहीं छोड़ा है. 18000 करोड़ का मन्दिर की छत बारिश में टपकने लगी और अयोध्या की प्रमुख सड़कों में बड़े बड़े गड्ढे बन गये. इन सडकों का निर्माण गुजरात की कम्पनी ने किया था. जिस 844 करोड़ की लागत से बने जिस राम पथ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद किया था वह पहली बारिश में भंस गया.


