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ग्रहों के सेनापति मंगल  26 अगस्त से 45 दिनों के लिए मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं. मंगल का गोचर बहुत महत्वपूर्ण होता है, यह पराक्रम, साहस, शक्ति, आत्मविश्वास, भूमि, बल, रक्त, रक्तप्रवाह, रक्तातिसार, उच्च रक्तचाप, दुर्घटना, युद्ध इत्यादि का कारक है. मंगल का गोचर सभी बारह राशियों के लिए अच्‍छे-बुरे प्रभाव लाता है. मंगल एक क्रूर ग्रह है इसलिए इसके गोचर में युति इत्यादि से राजनीतिक संकट, हिंसा, बलवा, युद्ध इत्यादि जैसी बड़ी घटनाएँ भी होती है. मंगल का म‍िथुन राशि में आगामी 26 अगस्त गोचर 14:36 मिनट पर होगा, मंगल इस राशि में 20 अक्टूबर तक रहेगा. इस समय में मंगल का यह गोचर इन पांच राशियों के लि‍ए शुभ फलदायक हो सकता है.

मेष राशि: 
मंगल का गोचर मेष राशि के तीसरे भाव में होने से इस राशि के जातकों के साहस और ऊर्जा में वृद्धि करेगा. भाइयों के लिए भी यह गोचर शुभ रहेगा. मंगल यहाँ विदेश यात्रा के लिए योग बनाएगा जिससे ये जातक विदेश जा सकते हैं. इस समय यह इन जातकों में नई ऊर्जा का संचार करेगा और इनके कम्युनिकेशन को बेहतर करेगा. जो इंजीनियरिंग इत्यादि में नौकरी कि तलाश में हैं उनके लिए यह गोचर अच्छा रहेगा, उन्हें जॉब मिल सकती है. यह प्रेम सम्बन्ध को भी सफल बनाएगा. इन जातकों का भाग्य भी इस समय साथ देगा और बिगड़े काम बनेंगे.

वृष राशि: 
मंगल का गोचर वृषभ राशि के दूसरे भाव में होने से आय में वृद्धि होने के योग बनेंगे. इस समय इन जातको को मंगल धन लाभ करा सकता है. अपनी वाणी पर आवश्य नियन्त्रण रखे. मंगल इन जातकों के प्रेम सम्बन्ध को बेहतर करेगा परन्तु पारिवारिक सम्बन्ध में कुछ परेशानी हो सकती है. इस दौर में साहस और उत्साह होने से ये जातक दूसरों के सामने अपने विचार प्रभावी ढंग से व्यक्त कर पाएंगे. इस समय खानपान पर नियन्त्रण रखे. गर्भवती महिलाएं अपने गर्भ का विशेष ध्यान रखें, मंगल की केतु पर दृष्टि से गर्भपात की सम्भावना रहती है. जिन जातकों के राहु मीन राशि में हैं उनकी इच्छाओं को मंगल पूरी कर सकता है.

कर्क राशि:
 मंगल का गोचर कर्क राशि के 12वें भाव में होने से इन जातकों की कुछ परेशानियाँ हो सकती हैं. परन्तु विदेश गमन के इच्छुक जातकों के लिए यह गोचर शुभ फलप्रद होगा. विदेश से बिजनेस करने वालो को कार्य क्षेत्र से धन लाभ के योग भी बनेंगे. धार्मिक और अध्यात्मिक स्तर पर भी इनके लिए यह गोचर बेहतर है. इन जातकों की आध्यात्मिकता में वृद्धि होगी. मंगल की पूर्ण दृष्टि इस समय केतु पर होने से इन जातकों के पराक्रम की भी वृद्धि होगी और यदि केतु कुंडली में शुभ स्थान पर है तो मीडिया, इंजीनियरिंग इत्यादि क्षेत्रों में कार्यरत जातकों को लाभ मिलेगा.

सिंह राशि: 
मंगल का गोचर सिंह राशि के 11वें भाव में होने से इन्हें लाभ प्रदान करेगा साथ में मित्रों से भी लाभ की प्राप्ति हो सकती है. इस समय नये मित्र बनेंगे और मंगल मनोकामनाओं को पूर्ण करेगा. इस गोचर में इनके साहस और उत्साह में वृद्धि होगी और विदेश से व्यापारिक में लाभ होगा. इस समय इनका भाग्य खूब साथ देगा और विदेश से व्यापार करने वालों को धन कि प्राप्ति होगी. जिन जातको की विदेश जाने की इच्छा लम्बे समय से पेंडिंग थी वह भी मंगल के इस गोचर में पूरी हो सकती है.

कन्या राशि-
कन्या राशि के लिए मंगल का यह गोचर दसवें भाव में हो रहा है. यहाँ दिग्बली मंगल इन जातकों को कार्य क्षेत्र में प्रभावशाली बनाएगा. इन्हें पार्टनर से लाभ मिलेगा परन्तु मैरिड लाइफ में यह कुछ शुभ फलदायक नहीं होगा. इन्हें अकस्मात लाभ की प्राप्ति के योग रहेंगे. इनके पराक्रम और साहस की वृद्धि होगी, शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में कार्यरत जातकों को लाभ और सम्मान मिलेगा. जो जातक राजनीतिक क्षेत्र में हैं उनके लिए मंगल शुभ फलदायक होगा, उन्हें कोई पद और सम्मान कि प्राप्ति हो सकती है. महीने के प्रारम्भ में यात्रा में सावधानी आवश्य रखें.