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कलियुग का जो मूल चरित्र है वह मारक है और विनाशक है. कलियुग की जो मारकता है वह शनि की मारकता है, कोई दूसरा ग्रह इसे उत्पन्न करने में सक्षम नहीं है. कलियुग का जो भी उत्पाद है उसमे मारक प्रभाव है चाहे फासिज्म हो, ड्रग हो, मिथ्यात्व हो, असत्य, हिंसा का बोलबाला, लूटपाट, मनुष्य को पतित करने वाली फिल्म हो ..सबमे मारक प्रभाव है, यहाँ तक कि अन्न, जल, शब्जियाँ, फल सब विषाक्त है. बहुत विनाशक है युग. मनुष्य की उम्र कम हो जाएगी. मनुष्य ठीक से जी नहीं पायेगा. उसे शुद्ध जल तक नहीं मिलेगा. शुद्ध अन्न दुर्लभ हो जाएगा.

भारत में अन्नदाताओं पर तो बम वर्षाये जा रहे हैं लेकिन 3000 किलो ड्रग गुजरात से बरामद हो रहा तब भी कोई कार्यवाई नहीं हो रही है. अब तक लगभग 10 हजार किलो हिरोइन बरामद हो चुकी है. जो नहीं बरामद हुई उसका अनुमान लगाओ. हिंदुत्व फासिज्म इस देश को ड्रग और हिंसा में डुबाने की शाजिस कर रहा है. सांसद का टिकट देकर संसद उसे भेजने का उपाय किया जा रहा है जो “बंगाल वाली माल” कह कर बंगाल की सभ्य हिन्दू महिलाओ की इज्जत उतार रहा है. बलात्कारी जेल में नहीं भेजा जाता, उसे गले लगाया जाता है. गुजरात में तो किसी किसी को फूलमाला पहना कर आरती उतारी जाती है और जय श्री राम का नारा लगाया जाता है. मानो इस प्रकार यह बताया जाता है कि राम बलात्कारी थे.

Modi has developed a model state “Gujarat” which is no-1 corrupt state. no-1 drug state, no-1 thuggery state and no-1 suicide state.

पाषण्डप्रचुरे धर्मे दस्युप्रायेषु राजसु ।
चौर्यानृतवृथाहिंसानानावृत्तिषु वै नृषु ॥ १३ ॥
शूद्रप्रायेषु वर्णेषुच्छागप्रायासु धेनुषु ।
गृहप्रायेष्वाश्रमेषु यौनप्रायेषु बन्धुषु ॥ १४ ॥
अणुप्रायास्वोषधीषु शमीप्रायेषु स्थास्नुषु ।
विद्युत्प्रायेषु मेघेषु शून्यप्रायेषु सद्मसु ॥ १५ ॥ -भागवत पुराण

मानव समाज में वेदों का मार्ग पूर्णतः विस्मृत हो जायेगा तथा तथाकथित धर्म अधिकतर नास्तिक हो जायेगा. राजा अधिकतर चोर होंगे, मनुष्यों का व्यवसाय चोरी, झूठ बोलना और अनावश्यक हिंसा होगा, और सभी सामाजिक वर्ग शूद्रों के निम्नतम स्तर पर आ जायेंगे. आध्यात्मिक सन्यास आश्रम सांसारिक घरों से अलग नहीं होंगे, और पारिवारिक संबंध विवाह के तात्कालिक कांट्रेक्ट से आगे नहीं बढ़ेंगे.

यह कारण है कि कलियुग शनि का युग है. यह उसके मूल चरित्र ब्लैकनेस को प्रकट करेगा. घोर अंधकार का युग. यहाँ सत्य सबसे बड़ा दुश्मन हो जायेगा. यह तो द्वापर में ही हो गया था इसलिए गीता में लिखा है “सत्य विष की तरह लगेगा और विष अमृत ”

शनि-मंगल युति होने को है नजर रखें ..