
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी ने आरएसएस-भाजपा को हिन्दू विरोधी करार देते हुए कहा है कि राममन्दिर पर सभी हिन्दुओं का समान अधिकार है. उन्होंने कहा कि मन्दिर की लड़ाई शंकराचार्यों ने कोर्ट में लड़ी है और इसके लिए सब कुछ किया है. उन्होंने चम्पत राय को लताड़ते हुए कहा कि यह परम्परा से रामानंदी सम्प्रदाय का मन्दिर रहा है.
शंकराचार्य ने कहा कि राममन्दिर न्यास ट्रस्ट के चम्पत राय को इस्तीफा देकर मन्दिर को रामानंदी सम्प्रदाय को हस्तानांतरित करना चाहिए. शताब्दियों से वही इसकी पूजा करते रहे हैं लेकिन हिंदुत्व ठगों ने उनको हटा कर अपने गिरोह के लोगों को भर्ती कर लिया है. उन्होने हिंदुत्व की स्पष्ट रूप से आलोचना करते हुए विभाजनकारी बताया है.
गौरतलब है कि चारों आम्नायों के शंकराचार्यों ने मन्दिर प्राणप्रतिष्ठा को अशास्त्रविहित और राजनीतिक कार्यक्रम बता कर उसका वहिष्कार किया है. उन्होंने कहा है कि यह प्राणप्रतिष्ठा धर्मविरुद्ध है, इससे देवता रुष्ट होंगे.