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वैदिक हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ माह धार्मिक रूप से एक महत्वपूर्ण महीना है. वैशाख पूर्णिमा खत्म होते ही ज्येष्ठ माह का आरंभ हो जाता है. इस महीने में सूर्य देव वृषभ राशि में रहते हैं. यह शुक्र की राशि है जो सूर्य कि शत्रु राशि है. यह सर्वाधिक गर्मी का महीना होता है. इस महीने में कई व्रत और त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख व्रत वट सावित्री व्रत, निर्जला एकादशी और शनि जयंती है. ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले मंगलवार को बुढवा मंगल या बड़ा मंगल कहा जाता है. इस महीने के सभी मंगलवार हनुमान के पूजा के लिए महत्वपूर्ण हैं. ज्येष्ठ माह को स्नान मास भी कहा जाता है. इस महीने में किए गए स्नान और दान को पुण्यकारी माना जाता है. 

  • सूर्य की वृषभ संक्रांति: 15 मई 2025 गुरुवार
  • संकष्टी चतुर्थी: 16 मई 2025 शुक्रवार
  • अपरा एकादशी: 23 मई 2025 शुक्रवार
  • मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत: 24 मई 2025 शनिवार
  • वट सावित्री पूजा: 26 मई 2025 सोमवार
  • ज्येष्ठ अमावस्या, शनि जयंती: 27 मई मंगलवार
  • विनायक चतुर्थी: 30 जून 2025
  • गायत्री जयंती, निर्जला एकादशी: 6 जून 2025 शुक्रवार
  • वैष्णव निर्जला जयंती : 7 जून 2025 शनिवार
  • मासिक प्रदोष व्रत : 8 जून 2025 रविवार
  • वट पूर्णिमा व्रत : 10 जून 2025 मंगलवार
  • ज्येष्ठ पूर्णिमा – 11 जून 2025 बुधवार