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वैदिक ज्योतिष में सबसे शुभ ग्रह गुरु बृहस्पति माने गये हैं. बृहस्पति कल 09 अक्टूबर 2024, बुधवार को दोपहर 12:46 बजे वृषभ राशि में वक्री हो गये हैं. गुरु 119 दिन वक्री रहेंगे और 04 फरवरी 2025 मंगलवार, दोपहर 14:29 बजे मार्गी होंगे. बृहस्पति को ज्योतिष में ज्ञान, धर्म, राज्य, संतान तथा धन का कारक ग्रह माना गया है. जिसकी कुंडली में बृहस्पति अच्छी स्थिति में होता है उनको जीवन में सफलता मिलती है और धन-धर्म की प्राप्ति होती है. गुरु बृहस्पति के वक्री होने से कुछ राशियों के लिए मुश्किले खड़ी करेंगे और कुछ के लिए यह लाभप्रद होंगे.

मेष राशि-
मेष राशि वालों के लिए बृहस्पति धन भाव में वक्री है ऐसे में इन जातकों के लिए धन से सम्बन्धित मामलो में लाभ मिलने का योग रहेगा. इनके लिए गुरु खर्च बढ़ा सकता है लेकिन यह धर्म आदि में ही ज्यादा खर्च होगा. इन्हें करियर में भी कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है या परिवर्तन हो सकता है. इस दौरान जीवन साथी को स्वास्थ्य कि समस्या हो सकती है. अपने अंतिम चरण में इन जातकों को कार्य क्षेत्र में गुरु लाभ प्रदान करेगा.

वृषभ राशि –
 वृषभ राशि वालों के लिए बृहस्पति लग्न में वक्री है ऐसे में अष्टमेश होने से यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं रहेगा. यदि गुरु की दशा चल रही है तो इन जातकों को सावधान रहना होगा. इन्हें पारिवारिक जीवन में भी संकटों का सामना करना पढ़ सकता है यदपि कि इन्हें बाहर से सुख और प्रेम की प्राप्ति हो सकती है. इस दौर में इन्हें पार्टनर या विदेश से लाभ भी मिल सकता है. नौकरी करने वाले जातकों के लिए परिवर्तन का योग रहेगा लेकिन उससे उन्हें लाभ मिलेगा. संतान को से सम्बन्ध में इस दौरान चिंता रहेगी.

कर्क राशि-
कर्क राशि के जातकों को वक्री गुरु आकस्मिक धन लाभ करा सकता है. इनके लिए अचानक धन प्राप्ति के मार्ग खुल सकते हैं. नौकरी वाले जातकों को कर्म क्षेत्र से लाभ और सम्मान प्राप्त होने के योग बनेंगे. इनकी कोई लम्बित इच्छा गुरु पूरा कर सकते हैं. कर्क राशि के जातकों को इस दौरान स्त्री और प्रेम की प्राप्ति होने का योग रहेगा. इन जातकों का धर्म भाव बढ़ेगा और लम्बी और छोटी यात्रा के भी योग रहेंगे.

सिंह राशि –
सिंह राशि के जातकों के लिए भी वक्री गुरु शुभ फलदायी होगा. इन जातकों का आकस्मिक भाग्योदय होने का योग है. जॉब करने वाले जातकों को दीवाली से पहले विशेष लाभ मिल सकता तथा प्रमोशन आदि की संभावनाएं बनेंगी. कर्म क्षेत्र से सिंह राशि के जातकों को लाभ मिलने का योग है. लेकिन नौकरी करने वाले जातकों को स्थान परिवर्तन या जॉब में परिवर्तन करना पड़ सकता है. इनके लिए विदेश गमन का योग भी रहेगा.

कन्या राशि –

कन्या राशि के जातकों के लिए वक्री बृहस्पति थोड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है. हलांकि जिन जातकों के विवाह आदि रुके हुए हैं इनको विवाह के अवसर मिल सकते हैं. इस दौरान इन जातकों को यात्रा के योग रहेंगे और यात्रा से लाभ मिल सकता है. मित्र बन्धुओं के सहयोग से इनके काम बन सकते हैं और लाभ की प्राप्ति हो सकती है. इस दौरान पार्टनर से भी इन्हें लाभ मिल सकता है. कार्य क्ष्रेत्र में परेशानी और परिवर्तन के योग भी हैं.

तुला राशि –
तुला राशि वालों के लिए वक्री गुरु आकस्मिक संकट बढ़ा सकते हैं और व्यापार में हानि कर सकते हैं. इस दौरान इन जातकों को स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझना पड़ सकता है. कर्म क्षेत्र में इन जातकों को अकस्मात् लाभ मिल सकता है. इस समय कर्ज लेने और देने से बचें. वक्री गुरु यात्रा में कष्टकारी हो सकता है. इन जातकों को वक्री गुरु पार्टनर से लाभ दे सकता है.