भाजपा करप्ट मोदी सरकार के ख़िलाफ़ गाँव-गाँव में जनता ने बिगुल फूंक दिया है. एक तिलकोत्सव में ताना देते हुए, कटाक्ष करते हुए इस व्यंग्यात्मक गीत में जनता ने मोदी पर करार प्रहार किया है. महिलाएं इस गीत में कह रही हैं कि अब रिजर्व बैंक की मोदी नोट पर विश्वास नहीं है वो कभी भी बंद किया जा सकता है, तिलक में चांदी के सिक्के चढ़ाएं”. इससे यह अनुमान किया जा सकता है कि आम जनता किस तरह मोदी सरकार नाराज है, मोदी के जुमलों पर अब उन्हें विश्वास नहीं है. यह आम लोगों का ग़ुस्सा है जो मुँह पर लोक गीत बनकर आया है.
पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस बीवी बीवी नागरत्ना ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब नोटबंदी की तो 98 फीसदी नोट वापस आ गए तो काले धन का क्या हुआ ? उन्होंने इंगित करते हुए कहा है कि यह काले धन को सफेद बनाने का मोदी का आसन तरीका था. यह एक व्यापक घोटाला था जिसमे लाखो करोड़ की हेरफेर की गई थी और आम जनता को उल्लू बनाकर लाइन में खड़ा किया गया था.

