दुनिया में सबसे पहले सूर्योदय किरीबाती मिलेनियम आइसलैंड पर होता है जबकि भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश के डोंग वैली में होता है. सबसे पहले सूर्य की पहली किरण यहीं गिरती है इसलिए इसे उगते सूरज की धरती भी कहा जाता है. अरुणाचल प्रदेश की डोंग घाटी वहां के एक गांव डोंग के नाम पर ही रखा गया है. डोंग गांव में सबसे पहले सूर्योदय सुबह 4 बजे के करीब हो जाता है और शाम के 4 बजे तक सूर्यास्त होने लगता है. यह गांव समुद्र तल से करीब 1240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस गाँव का देशांतर और अक्षांश 97 E 02′ -28N 10′ है. यहाँ तीन बजे के करीब सूर्य के किरण प्रकट होने लगती है जिसे पूर्ण उदित होते होते 4 बज जाते हैं. जून महीने में यहाँ सूर्योदय का समय भारतीय स्टैंडर्ड टाईम से 4:05 AM के लगभग रहता है.

डोंग गांव एक हरी भरी वैली में स्थित है जिसके चारो तरफ बर्फ से ढंके ऊँचे पर्वत दिखते हैं. भारत, चीन और म्यांमार के त्रि जंक्शन पर स्थित इस छोटे से गांव को भारत का अंतिम और पहला गांव भी कहा जाता है. भारत में सूर्य की पहली किरण इसी गांव की धरती पर पड़ती है. यहाँ लोहित और सति नाम की दो मुख्य नदियां बहती हैं. लोहित नदी इस क्षेत्र की काफी महत्वपूर्ण नदी है. इस गाँव में 30-35 लोग रहते हैं.

इसी तरह गुजरात कच्छ जिले में गुहार मोती है, जहां सूर्यास्त सबसे बाद में होता है. कच्छ जिले के गुहार मोती में गर्मियों में 7:30 बजे और सर्दियों में शाम 6-6:30 बजे सूर्यास्त होता है. गुहार मोती गुजरात के कच्छ जिले में नारायण सरोवर के पास स्थित है . यह नारायण सरोवर गांव और कोटेश्वर मंदिर के पास 23.6352°N 68.5424°E पर स्थित है . भारत के पश्चिम में स्थित होने के कारण गुजरात को शनि शासित राज्य भी कहा गया है. गुजरात का चरित्र भी इस ग्रह के अनुरूप ही है. इस राज्य के दो व्यक्तियों का देश के तेल संसाधनों पर कब्जा है.

