खगोलविदों का कहना है कि यूरेनस कैसे अपनी ओर पलट गया? इसका उत्तर खोज लिया गया है.एक विस्तृत कंप्यूटर सिमुलेशन से यह बात पता चली कि पृथ्वी से लगभग दोगुना आकार का एक पिंड 3 से 4 अरब साल पहले यूरेनस से टकराया था. इस प्रभाव ने हमारे सौर मंडल में एक विचित्रता पैदा कर दी: एक ग्रह ऐसा हो गया जो अपनी तरफ घूमता है. इन निष्कर्षों की व्याख्या करने वाला एक अध्ययन 10 से 14 दिसंबर के बीच वाशिंगटन डीसी में आयोजित अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन (एजीयू) की कॉन्फ्रेंश में प्रस्तुत किया गया था.
इसक कॉन्फ्रेंश का नेतृत्व डरहम विश्वविद्यालय के शोधकर्ता जैकब केगेरेइस ने किया है. उन्होंने कहा- “हमारे शोध यूरेनस के अद्वितीय अभिविन्यास के कारण की व्याख्या करती है. शोध से इस बात की स्पष्ट तस्वीर मिल गई है कि हमारे सौर मंडल के अन्य ग्रहों की तुलना में यूरेनस अपनी तरफ क्यों घूमता है. सिमुलेशन यह भी बताता है कि यूरेनस अन्य मायनों में अद्वितीय क्यों है. हमारे निष्कर्ष इस बात की पुष्टि करते हैं कि सबसे अधिक संभावित परिणाम यह था कि युवा यूरेनस पृथ्वी के द्रव्यमान से दोगुने बड़े पिंड के साथ एक प्रलयंकारी टकराव हुआ, हुआ जिसने इसे अपनी तरफ गिरा दिया”
सभी ग्रह बिल्कुल एक जैसे नहीं हैं; पृथ्वी अपनी धुरी पर थोड़ी झुकी हुई है, जिससे हमें मौसम मिलते हैं, और बृहस्पति, नेपच्यून और शनि भी अलग-अलग डिग्री पर झुके हुए हैं. लेकिन वे अभी भी कमोबेश बाकी ग्रहों और चंद्रमाओं की तरह ही एक ही तरफ उन्मुख हैं. लेकिन यूरेनस नहीं है. यह अपने साथी ग्रहों के सापेक्ष लगभग 98 डिग्री तक झुका हुआ है.

