अयोध्या राम मन्दिर का धर्म से कोई लेना देना नहीं है. यह अधर्मियों का हिन्दुओं को धोका देकर वोट लेने का एक चुनावी प्रोजेक्ट है. इस चुनावी प्रोजेक्ट के कारण धर्म की सभी मर्यादाओं का अतिक्रमण किया जा रहा है, हिन्दू धर्म शास्त्र पर मूत दिया गया है और ये स्वेच्छाचारी अधर्मी अपने मनोनुकूल जो चाहे वो कर रहे हैं. इसी बीच सड़कों पर लगे बड़े बड़े होर्डिंग नरेंद्र मोदी के लगाये गये जो राम को ला रहे? सड़क के किनारे बिजली के खम्भों पर टंगे 3:1 के अनुपात में लगे पोस्टरों में 3 लार्ज साइज पोस्टर मोदी के और एक छोटे आकार का पोस्टर राम का लगाया गया था. मोदी के सामने राम को छोटा दिखा रहे थे.
दी प्रिंट पोर्टल ने यह छोटी रिपोर्ट फोटो सहित प्रकशित की थी जिसे सोशल मीडिया पर लोगो पोस्ट किया और लिखा ” मोदी का ही वास्तविक मामला है, भाजपा भक्त मोदी की पूजा करते है” एक यूजर ने लिखा हिन्दू कैसे राम का इस तरह अपमान बर्दाश्त कर सकता है ?
जब यह एक छोटी खबर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो गई तो हिंदुत्व ठगों ने फटाफट मोदी के पोस्टर हटा लिए और यह तस्वीर निकल कर आई.

इन फासिस्ट अधर्मियों का कभी भी धर्म उद्देश्य नहीं रहा, इन्होने सिर्फ धर्म का उपयोग राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने के लिए किया और सत्ता प्राप्त कर सिर्फ अधर्म ही किया है. बलात्कार समर्थक, घृणा विद्वेषी, दंगाई, शास्त्रों को न मानने वाला यह गिरोह सिर्फ अधर्म का विस्तार करने वाले हैं.

