Spread the love

मेंढकों की शादी वर्षा के भगवान इंद्र को खुश करने का एक पुरातन तरीका है. गांवों में यह प्रथा अब भी जारी है. इसमें दो नर मादा मेंढकों की शादी बिल्कुल उसी तरह की जाती है जैसे किसी हिंदू शादी में होती है. भारत के अलग-अलग हिस्सों में ये अलग-अलग तरह से की जाती है.

बनारस के पहाड़िया इलाके के एक मन्दिर में बाकायदा मेंढक को दूल्हा और मेंढकी को दुल्हन बनाया गया और पूरे हिंदू रीति रिवाज से ये शादी संपन्न कराई गई है. इस विवाह में गांव की महिलाएं बनी बाराती साथ ही नव दंपति परिजन की भूमिका में नजर आए. ऐसी मान्यता है कि, यदि बारिश करानी हो तो भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए मेंढक और मेंढकी की शादी कराई जाती है.  आशा है मेंढक टर्र टर्र बोलेंगे तो इंद्र देव सुनेंगे और बारिश करेंगे. आर्द्रा चढ़ने वाला है, ऐसे में किसान मेघों की तरह नजरे गड़ाए हुए हैं.