माणिक्य अति सुंदर और दुर्लभ रत्न माना जाता है. रासायनिक रूप में माणिक्य और नीलम एक ही कुरुन्दम समूह के रत्न हैं. यह मूलभूत रूप से एल्युमिनियम आक्साइड का परिवर्तित रूप है. पृथ्वी के गर्भ में उच्च दबाव और तापमान से मेटेलिक आक्साइड ही अनेक रूप धारण कर लेता है. यह लाल रंग का माणिक्य होता है और नील रंग का नीलम होता है. यह प्रकृति का आश्चर्य है कि एक ही तत्व से ये दो सुंदर रत्न प्राप्त होते हैं. माणिक्य का प्रिज्म में षडमुखी रूप होता है जबकि नीलम द्वादशमुखी होता है. सूर्य और शनि पिता पुत्र हैं और इसलिए इनके तत्व एक ही हैं. जब रूबी को केबीकोन काट में काटा जाता है तो इसके शिखर पर छः किरणों की तारक छंटा दिखाई पडती हैं. ऐसा माणिक्य बहुत दुर्लभ होता है.
जब हिंदू पुराण में कहते हैं कि देवी का सिंहासन या राजा का मुकुट माणिक्य रत्न से जटित है तो वह 10-20 हजार का रत्न नही होता, वह यही दुर्लभ रत्न होता है. गहरे लाल रंग के रूबी में आयरन आक्साइड ज्यादा होता है इसलिए यह रक्त वर्ण का होता है. सबसे श्रेष्ठ माणिक्य कबूतर के रक्त के रंग का गहरा लाल होता है. यह प्रथम श्रेणी का रत्न 10 कैरेट का मिलना दुर्लभ है. यदि 10 कैरेट का यह माणिक्य हो तो 10 कैरेट के हीरे से महंगा होता है.

यह 10.10 कैरेट का रूबी Christie’s, Hong Kong ने 25th November 2014 को बेचा था जिसकी कीमत $8.3 Million थी. नीचे दिया गया माणिक्य 8.62 कैरेट का है जिसकी कीमत $$8.6 Million है.

सबसे बड़ा रूबी Estrela de FURA 55.22 है जिसे Sotheby’s New York ने 8 जून 2023 को $34.8 million में बेचा था..

अच्छी क्वालिटी का रूबी आम जनता नहीं खरीद सकती है. कबूतर के रक्त के रंग का लाल माणिक्य काफी दुर्लभ है. बिभिन्न खानों से प्राप्त माणिक्य में अंतर होता है. बर्मा, थाईलैंड, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना से ज्यादातर माणिक्य प्राप्त होते हैं. बर्मा का माणिक्य सबसे बेहतरीन होता है. दक्षिण भारत में कागयिम में एक माणिक्य की खान है. यहाँ से बहुत अच्छे माणिक्य नहीं प्राप्त हुए हैं.
उत्तम माणिक्य के गुण –
1-जब माणिक्य को प्रात: सूर्य के सामने रखें तो उसमे लाल रंग की किरणें चारो तरफ बिखरने लगें तो माणिक्य उत्तम होता है .
2- दूध में माणिक्य डालने से यह दूध लाल तो वह शुद्ध माणिक्य है
3-अंधकार में माणिक्य को रखने से यदि उसमे सूर्य के समान आभा दिखे तो वह श्रेष्ठ माणिक्य है
4-कमल की पंखुड़ी में रखने पर यदि माणिक्य चमकने लगे तो उसे श्रेष्ठ समझना चाहिए.
5-प्रात: सूर्य के सामने दर्पण पर माणिक्य रखें. यदि दर्पण के नीचे छाया वाले हिस्से में किरणें दिखाई दें तो वह उत्तम माणिक्य है.
6-यदि माणिक्य को पत्थर पर घिसने से पत्थर घिस जाय और माणिक्य न घिसे और माणिक्य को शोभा और बढ़ जाये तो यह शुद्ध माणिक्य है.
अन्य पहचान –
1-सच्चे माणिक्य को आँखों पर रखने से ठंडक होती है
2-सच्चा माणिक्य गर्मी में गर्म नहीं होता , इमिटेशन गर्म हो जायेगा
3-रत्न हल्का हो तो इमिटेशन या सीसा होता है माणिक्य भारी होता है
4-यदि रत्न में बुलबुले दिखाई दे तो रत्न इमिटेशन होता है
5-यदि माणिक्य में दूध है और उसमे नीलिमा है और दुधक चलता हुआ नहीं है तो वह इमिटेशन होता है रूबी नहीं.
6-माणिक्य को बर्फ के टुकड़े के सामने रख दें, यदि असली होगा तो जोर की आवाज होगी, नकली होगा तो कोई आवाज नहीं होगी

