एकतरफ अयोध्या में भाजपा-आरएसएस ने मन्दिर चुनावी प्रोपगेंडा का स्थल बना कर धर्म का मिथ्याचार कर रहे थे, तो दूसरी तरफ असम में राहुल गाँधी मन्दिर में दर्शन के लिए गांधीगिरी कर रहे थे. यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है और यह लम्बे समय तक ट्रेंड में भी रही. हुआ कुछ यूँ कि राहुल गांधी असम में अपनी लम्बी “भारत न्याय यात्रा” में हैं. इस यात्रा में जहाँ कहीं भी धर्म स्थल पड़ते हैं वहां रुक कर वे दर्शन इत्यादि भी करते हैं. असम में जब राहुल गाँधी नगांव जिले में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रवेश किये और कांग्रेस ने प्रशासन को सूचना दिया कि राहुल गाँधी नगांव ज़िले के बटाद्रवा स्थित श्री श्री शंकर देव सत्र (मठ) मंदिर में दर्शन भी करेंगे. तब असम के परम घृणा विद्वेषी सीएम हेमंतविश्व सरमा ने 22 जनवरी सोमवार को नगांव ज़िले के बटाद्रवा स्थित श्री श्री शंकर देव सत्र (मठ) मंदिर के करीब 17 किलोमीटर पहले ही हैबोरगांव में रोक लिया. रोके जाने के बाद राहुल गाँधी ने मीडिया के समक्ष कहा “राहुल गांधी ने अधिकारियों की आलोचना करते हुए मीडिया के समक्ष कहा, “ऐसा लगता है जैसे आज केवल एक व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश की अनुमति है. क्या पीएम मोदी तय करेंगे कि मंदिरों में कौन जाता है?”
आपको बता दें कि असमिया समाज में वैष्णव संत श्रीमंत शंकर देव की जन्म स्थली बटाद्रवा सत्र मंदिर बहुत प्रसिद्ध और आस्था का केंद्र है. श्रीमंत शंकर देव बहुत प्रतिष्ठित वैष्णव संत थे. जब असम के सीएम ने राहुल गाँधी को रोका तो रोकने से नाराज़ राहुल गांधी अपने कार्यकर्ताओं के साथ हैबरगांव में ही धरने पर बैठ गए और कार्यकर्ताओं के साथ जम कर गाँधीगिरी की. यह धरना अत्यंत प्रभावशाली बन गया और धरने पर असमी लडकियाँ और महिलाये वैष्णव गीत गाने लगीं. समर्थक लडकियों ने “रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम” भजन गया, वहीं कांग्रेस समर्थको ने शंकर देव के भजन भी गाये.
यह वीडियो इस समय कभी चर्चित है .
बाद में सांसद और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ मंदिर में गए और कांग्रेस की तरफ से दर्शन और प्रार्थना की. गौरव गोगोई ने एक तस्वीर साझा करते हुए कहा कि,”श्री श्री शंकर देव थान बिल्कुल खाली था. कोई भीड़ नहीं थी. झूठी अफवाह फैलाई गई कि कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है. मुख्यमंत्री ने बटाद्रवा थाना और श्री शंकरदेव की विरासत के लिए एक काला दिन लाया है.” गैरतलब है कि हेमंतविश्व सरमा से इस यात्रा में यह दूसरी झड़प थी. पहली झड़प में कांग्रेस की न्याय यात्रा को रोकने के लिए भाजपा के गुंडों को भेजा गया था. हेमंतविश्व सरमा के भेजे गुंडों ने यात्रा पर हमला किया था जिसमे कांग्रेस नेता को चोट भी लगी थी.
नार्थ ईस्ट के राज्यों में राहुल को मिल रहे अपार जन समर्थन से भाजपा भीतर भीतर बहुत भयभीत है. राहुल को मिल रहे समर्थन का अंदाजा आप इस वीडियो से लगा सकते हैं. यह वीडियो मेघालय का है.

