इस वीडियो में, चुनावी बांड और भारत में दवा कंपनियों से नरेंद्र मोदी के संबंध के मुद्दों पर गहराई से चर्चा की गई है. ध्रुव राठी ने इसमें जांचपड़ताल कर पता लगाया है कि रेमडेसिविर के प्रभावी न होने के बाद बल्कि जनता पर इसका खराब पड़ने के बावजूद और डब्ल्यूएचओ की चेतावनियों के बावजूद, मोदी भारत में इसका उत्पादन बढ़ाने का षड्यंत्र किया. पता चला है कि इन कंपनियों ने चुनावी बांड के जरिए मोदी को करोड़ों में चंदा दिया है…

