सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर एसबीआई से मिली जानकारी को अब सार्वजनिक कर दिया है. आयोग ने अपनी वेबसाइट पर एसबीआई से मिले चुनावी चंदे के डेटा को गुरुवार को अपलोड कर दिया. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 15 मार्च तक चुनाव आयोग से ये जानकारी सार्वजनिक करने के लिए कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था.
चुनाव आयोग ने एसबीआई द्वारा जारी किए आंकड़ों को दो भागों में अपलोड किया है. आयोग ने आंकड़ों के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्ड के खरीदारों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, और सन फार्मा शामिल हैं.
इन कम्पनियों ज्यादातर शेल कम्पनियां है. फ्यूचर गेमिंग एंड लोटरी कम्पनी गैरेज में चलती है जिसने 1300 करोड़ दिए हैं जो स्पष्ट रूप से चीन की तरफ इशारा करता है. मेघा इंजीनियरिंग और क्विक्सप्लाईचैन प्राइवेट लिमिटेड समेत टॉप समेत कुछ 20 डोनर ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 के बीच कुल चुनावी बॉन्ड के 44.59% यानी 5,420.30 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे. इस लिस्ट में एक कम्पनी है मेघा इंजीनियरिंग जिसपर देश के तेलंगाना राज्य में बिभिन्न योजनाओं में एक लाख करोड़ से ज्यादा की लूटपाट की रिपोर्ट कैग ने प्रस्तुत किया था. इस कम्पनी से 1000 करोड़ लेकर मोदी ने क्लीन चिट देकर इसे देशभक्त बताया था.

पुलवामा हमले के बाद मोदी ने पाकिस्तान से भी 200 करोड़ से ज्यादा वैल्यू का इलेक्टोरल बांड्स में लिया था. यहाँ तक करोना काल में जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया और कोविशील्ड वैक्सीन को 50 करोड़ लेकर आननफानन में मंजूरी दे दी गई.


इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे से अब तक एक सबसे बड़ा स्कैम सामने आ गया है. यह नरेंद्र मोदी की कुंडली से पूर्णत: स्पष्ट होता है. मोदी इस समय मंगल-शनि की दशा में चल रहा है. शनि उसके चौथे घर में शतभिषा में गोचर कर रहा है जो फ़िलहाल मीन नवांश में है, जबकि राहु उसके पंचम भाव मीन राशि ही में गोचर कर रहा है. चार मार्च को जब राहु मकर नवांश में गया और बुध भी मीन में प्रविष्ट हुआ तब योग बना और चौथे घर में दफन करप्शन की फ़ाइल को सार्वजिनिक करने की खबर प्रमुख खबर बन गई. बुध-राहु की एक राशि में स्थिति से डोक्युमेंट, बिग डेटा सार्वजनिक होता है और बुध मीडिया का नेचरल कारक भी है.. गौरतलब है कि राहु पंचम भाव में बृहस्पति का फल करते हुए धन, लॉटरी से सम्बन्धित अकूत धन के मामले को सामने रखने में सक्षम है, दूसरी तरफ मंगल भी अष्टमेश होते हुई यही फल करने वाला था. शनि मोदी को जेल ले जाने में भी पूर्ण सक्षम है.


