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फागुन पूर्णिमा के समाप्त होने के साथ ही चैत्र मास का प्रारम्भ हो जाता है. चैत्र माह में वसंत ऋतु का समापन और ग्रीष्म ऋतु का प्रारम्भ होता है. हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार चैत्र महीने में सृष्टि का प्रारम्भ हुआ था. इस महीने में भगवान विष्णु ने दशावतार में से पहला मत्स्य अवतार लिया था, ऐसी पौराणिक मान्यता है. श्रीहरि ने प्रलयकाल में अथाह जलराशि में से मनु की नौका को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था. इसके बाद मनु से ही नई सृष्टि की शुरुआत हुई थी. चैत्र माह में सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है, इसके बाद शुक्ल प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि का प्रारम्भ होता है. नवरात्रि चैत्र महीना का सबसे प्रमुख पर्व और त्यौहार है. दुर्गा की पूजा और उपासना के दो प्रमुख पर्वों में एक चैत्र में पड़ता है दूसरा अश्विन में पड़ता है. जानते हैं चैत्र में कौन कौन से प्रमुख पर्व और एकादशी है –

चैत्र माह 2024 व्रत-त्योहार (Chaitra Month 2024 Vrat Festival)

26 मार्च 2024 (मंगलवार) – चैत्र माह शुरू

27 मार्च 2024 (बुधवार) – होली भाई दूज

28 मार्च 2024 (गुरुवार)- भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी

30 मार्च 2024 (शनिवार) – रंग पंचमी

1 अप्रैल 2024 (सोमवार) – शीतला सप्तमी

2 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – शीतला अष्टमी

5 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) – पापमोचनी एकादशी, पंचक शुरू

6 अप्रैल 2024 (शनिवार) – शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)

7 अप्रैल 2024 (रविवार) – मासिक शिवरात्रि

8 अप्रैल 2024 (सोमवार) – चैत्र अमावस्या, सोमवती अमावस्या, सूर्य ग्रहण

9 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – चैत्र नवरात्रि, उगाडी, घटस्थापना, गुड़ी पड़वा

10 अप्रैल 2024 (बुधवार) – चेटी चंड

11 अप्रैल 2024 (गुरुवार) – गणगौर, मत्स्य जयंती

12 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) – विनायक चतुर्थी

13 अप्रैल 2024 (शनिवार) – मेष संक्रांति, सोलर नववर्ष शुरू

14 अप्रैल 2024 (रविवार) – यमुना छठ

16 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – महातारा जयंती

17 अप्रैल 2024 (बुधवार) –  चैत्र नवरात्रि पारण, रामनवमी

19 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) –  कामदा एकादशी

21 अप्रैल 2024 (रविवार) – प्रदोष व्रत (शुक्ल)