
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज ने इस्कॉन वालो की पोल खोल दी है. उन्होंने इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि चैतन्य महाप्रभु आदि शंकराचार्य के सिद्धांत को मानते थे और उन्होंने शिक्षाषट्क में लिखा है कि कृष्ण आत्मस्वरूप ही है. यह अद्वैत का दर्शन है जिसमे आत्मा को ब्रह्म कहा गया है.
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