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उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ. जिले के फुलराई गांव में एक ठग भोलेबाबा का प्रवचन चल रहा था. इस दौरान समापन के बाद सभा से बाहर निकालने में अचानक भगदड़ मच गई. कार्यक्रम में शामिल होने आए 134 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई. इसमें प्रमुख रूप से महिलाएं, लडकियाँ और बच्चे हैं. पुरुषों की संख्या कम है. हादसे में सैकड़ों भक्त भीषण गर्मी से बेहोश हो गए और कुछ पुलिस कर्मी हृदयगति रुक जाने से मार गये. हादसे में मारे गए फ़ॉलोवर्स में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ 3 अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी शामिल हैं. इनमें मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के फ़ॉलोवर्स शामिल हैं. प्रदेश के 17 जनपदों के फ़ॉलोवर्स की भी मृत्यु हुई है. घटना के बाद ठग बाबा फरार है.

बाबा के आश्रम में रहने वाले रंजीत सिंह नाम के एक चश्मदीद ने भोले बाबा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है. बाबा के आश्रम में 16-17 साल की कई लड़कियां रहती है जिन्हें ये अपनी शिष्या बताता है. वो इन लड़कियों से गलत काम भी करता है और अन्यों से भी करवाता है. साथ ही बाबा सिगरेट और शराब का आदि है. ये बाबा नहीं बल्कि पाखंडी बाबा है. सत्संग में प्रवचन देने वाला नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा पहले यह बाबा पहले एक बार जेल भी गया है. इस बाबा ने पहले कहा था कि ये लड़की को जिंदा कर देगा. उसी केस में वो जेल भी गया है. सूरजपाल उर्फ नारायन साकार हरि उर्फ भोले बाबा शाहगंज के केदार नगर में दो कमरों के मकान में रहता था. इसने पुलिस की नौकरी छोडऩे के बाद अपने घर पर लोगों को प्रवचन देना शुरू किया. बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए और उनके द्वारा ही अपना अन्य जिलो में विस्तार किया. स्थानीय लोगों के अनुसार यह अपने घर के सामने लगे हैंडपंप से वह बीमारों का इलाज करने का दावा करता था. भोले बाबा ने आगरा की कोठी मीनाबाजार मैदान में एक बार सत्संग का आयोजन किया था. तब मैदान में बारिश के चलते पानी भर गया था. निपढ महिलाओं ने अपनी साड़ियों के पल्लुओं से मैदान का पानी सुखाया था. इस काम को करीब 20 हजार निपढ महिलाओं ने किया था.

नारायन साकार हरि की एक कमेटी चलती है. इस कमेटी में शामिल लोग बस्तियों और मुहल्लों की औरतों को शामिल करता है. सत्संग में शामिल होने वाली महिलाओं को अपने किराए से भी बुलवाता है. वहां 10-10 दिन तक महिलाओं से सेवा कार्य लिया जाता है. महिलाएं अपने घरो छोड़कर भोले बाबा की धुनी रमाती हैं. ये प्रमुख रूप से गाँव के अनपढ़ महिलाओं को ही जोड़ता है. गौरतलब है कि मरने वालों में ज्यादा महिलाएं और लडकियाँ ही है. ज्यादातर का कहना है कि उन्होंने महिलाओ को माना किया लेकिन महिलाओ ने एक न सुनी.

यह धूर्त बाबा अपने आश्रम में किसी गांव वाले को नहीं आने देता. इसको भय रहता है कि कोई गांव का आदमी अगर उसके आश्रम में उसके साथ रहने लगा तो वो उसका  सारा भेद खोल देगा. इसने अपनी अपनी फोर्स बनाई हुई है जिसे वो अलग से सफेद वर्दी देता है. आश्रम के आसपास पुलिस देखते ही आश्रम से लड़कियों को गायब कर देता है. यह ढोंगी पहनता है और खुदको पाक-साफ बताता है. यह मिरेकल बनाने का षड्यंत्र रचता है जिसमे इसके लोग शरीक रहते हैं और फिर उसका प्रोपगेंडा करता है. यह अपने एजेंटों को देश के दूसरे राज्यों में भेजकर वहां अपने सत्संग आयोजित कराता है. इनके द्वारा तैयार किए गए एजेंट बाबा की महिमा का ऐसा गुनगान करते हुए गावों में घूमते हैं और नेटवर्क बनाते हैं. इसने अपने व्हाट्सएप नेटवर्क से ही इतनी भीड़ जटा ली थी.

मृतक आत्माओं की शांति के लिऐ विंध्याचल धाम में किया गया हवन पूजन, तीर्थ पुरोहितो ने हवन पूजन कर मृतक आत्माओं की शांति की मांगी दुआ. समाज के पुरोहितो ने लोगो से ऐसे ढोंगी साधू संतो, बाबाओं से सावधान रहने की अपील की है. इस घटना के बाद अनेक साधु महात्माओं ने भी आयोजकों पर सख्त कार्यवाई करने की मांग की है.

इनपुट -सभी प्रमुख समाचार एजेंसियां