तमिलनाडू के Tiruvallur से लोकसभा सदस्य डॉ के. जयकुमार ने एक बड़ा रहस्य उद्घाटन किया है, जिसमे उन्होंने कहा है कि अयोध्या राम मन्दिर में गौतम अडानी को प्राणप्रतिष्ठा करने का कोई अधिकार और योग्यता नहीं है. सभी बड़े संतो नें इसका विरोध किया था. नरेंद्र मोदी को सभी जानते हैं कि वे अडानी के सेवक के बतौर कार्य करते हैं. अडानी-मोदी को अब देश की जनता न केवल एक दूसरे की पूरक बल्कि पर्यायवाची मानती है. मोदी जो भी करते हैं उसे अडानी का ही कार्य माना जाता है क्योंकि उसका फल अडानी को ही प्राप्त होता है. नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये कार्यों से अडानी भारत के सबसे धनी व्यक्ति बन गये है. मोदी के पीएम बनने से पहले अडानी केवल 40000 करोड़ के आदमी थे.
दक्षिण भारत के हिन्दुओं को पुराणों का ज्ञान है इसलिए जयकुमार ने यह उद्घाटन किया है. पुराणों में बताया गया है कि असुर अप्रत्यक्ष रूप से अपने लोगो से धार्मिक कार्य कराकर अथवा अन्यों से भी गलत धर्म-कर्म करवा कर उसका फल ले लिया करते थे. शायद इस तर्क से ही जयकुमार ने कहा कि अडानी की योग्यता नहीं है, वह कैसे प्राणप्रतिष्ठा कर सकता है? इधर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी मोदी को असुर कहा है.


