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पिछले 14 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अमावस्या तिथि पर लगा था जो विशेष सूर्यग्रहण था. अब चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा की रात को लगेगा जो साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा. सूर्यग्रहण तुला राशि में लगा था और चन्द्र ग्रहण ठीक सामने मेष राशि में लगेगा. अर्थात दोनों क्रमश: तुला और मेष राशि में आमने सामने लगे हैं. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर को रात 01 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ होगा और रात 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 01 घंटा 16 मिनट की है.

चंद्र ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण घटना माना गया है, जिसका सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है. शास्त्रों के अनुसार जब सूर्य-ग्रहण और चन्द्र ग्रहण साल के अंत या प्रारम्भ में आगे पीछे लगते हों तो राज्य परिवर्तन होता है, एक नये चक्र का प्रारम्भ होता है.
ऐसा चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण महाभारत युद्ध के पूर्व भी लगा था. यह सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले लग रहा है. यह ग्रहण मेष और तुला राशि पर जबर्दस्त प्रभाव डालेगा.

ग्रहण जिस राशि में लगता है उस राशि पर 6 महीने ग्रहण का अशुभ प्रभाव रहता है. ग्रहण के समय जो नवांश होता है उसके अनुसार शुभ-अशुभ फल की प्राप्ति होती है. जन्म राशि और लग्न से तुला, मेष और कर्क, मकर राशि जिस हॉउस में होगी उसके अनुसार शुभा-शुभ फल देखना चाहिए.
इस दौरान मेष, वृष, कर्क, तुला, वृश्चिक, मकर राशि के लोगों के लिए एक नये चक्र का प्रारम्भ है, इन राशि के जातकों को विशेष सावधान रहना चाहिए.