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आज से पांच दिन के लिए पंचक लग रहा है.  इन 5 दिनों में कोई भी मांगलिक कार्य करने हानि होती हो, यह अशुभ माना जाता है. जब चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि में रहता है और पांच नक्षत्रो को पार करता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं. पंचक इन राशियों के पांच नक्षत्र हैं. इन पांच नक्षत्रों में घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती आते हैं. आज पंचक मूलभूत रूप से शाम 8:20 pm बजे के बाद से लगेगा. चन्द्रमा मकर में धनिष्ठा पहले चरण में है.  इन नक्षत्रों के कारण शुभ कार्य करने से बचने के लिए मुहूर्त शास्त्र कहता है. आज अग्नि पंचक है क्योंकि मंगलवार को प्रारम्भ हो रहा है.

जब पंचक मंगलवार के दिन प्रारंभ होता है तो इसे अग्नि पंचक, शुक्रवार से प्रारंभ होने वाला पंचक चोर पंचक और शनिवार से प्रारंभ होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है. आज भद्रा का भी साया है. पंचांग के अनुसार, अग्नि पंचक का प्रारंभ भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि से ही माना जायेगा. लेकिन डरने की कोई बात नहीं है, यह शाम 8 बजे से लगेगा.  इसका समापन आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होगा. यह अग्नि पंचक 26 सितंबर से 30 सितंबर तक है.