भागवत पुराण में लिखा है कि गुजरात में सनातन धर्म का अंग-भंग हो जायेगा. यह बात सत्य होती दिखती है. गुजरात में कुछ हजार ठगों का पिछले 20 साल से प्रभुत्व स्थापित है. यहाँ के मोरारी बापू ने हिन्दू जोड़ों की श्मशान में शादी करवाई थी. यह घोर कृत्य हिन्दू धर्म का कोई बाबा कभी नहीं कर सकता. यह दानव भी नहीं करते थे. अब गुजराती NRI और बनियों द्वारा फंड किया जाने वाला स्वामीनारायण सम्प्रदाय ने सनातन धर्म का अंग-भंग किया है. इसे सम्प्रदाय कहना ठीक नहीं, यह एक कल्ट है. इस कल्ट का नेता कुछ वर्ष पहले किसी महिला भक्त को फुलवारी में मिल कर दर्शन देने के लिए बुलाया और वहां महिला ने पाया की बाबा के भेष में जो दिखा था, वह खुद कृष्ण का रूप बना कर आ गया था. धूर्त सम्प्रदाय ने श्री कष्टभंजनदेव हनुमान जी मंदिर में स्थित किंग ऑफ सालंगपुर ( बजरंग बली की मूर्ति) के नीचे कुछ तस्वीरें लगाई जिसमे धूर्त सम्प्रदाय के बाबा सहजानंद स्वामी के आगे हनुमान को झुकते हुए दिखाया गया. इसका वैष्णव धर्म के हिन्दूओं ने घोर विरोध किया है.
इसके बाद सम्प्रदाय के धूर्तों नें एक हनुमान मूर्ति पर राम तिलक की जगह स्वामी नारायण सम्प्रदाय का तिलक लगा दिया और हनुमान की राम भक्ति का घोर अपमान किया .

राम तिलक की जगह पर स्वामीनारायण संप्रदाय का तिलक इस्तेमाल किए जाने पर अनेक वैष्णवों ने इस धूर्त पन्थ का बॉयकाट करने का मिशन चलाया है . स्वामीनारायण के ठगों ने एक अन्य तस्वीर छपवा कर बांट दी जिसमे हनुमान जी को स्वामीनारायण के नीलकंठ स्वरूप को फल अर्पित करते हुए दर्शाया गया. मामला काफी तूल पकड़ चूका है.

गौरतलब है कि मोदी स्वयं इस सम्प्रदाय का प्रचार करते हैं और विश्व का जो नेता भारत आता है उसे इस कल्ट के मन्दिर ले जाते हैं. सनातन धर्म के हनुमान जी के इस अपमान पर द्वारका के दोनों शंकराचार्य ने घोर आपत्ति जताते हुए यह प्रतिक्रिया दी है ..

