हिन्दू धर्म संस्कृति को यदि देखें तो हिन्दुओं के पारम्परिक खानपान में बहुत कुछ काम की चीज मिल जाएगी. पारम्परिक हिन्दू परिवार जिनका अभी तक पाश्चात्यीकरण नहीं हुआ है उनके घर में भोजन बहुत कुछ ऋतुओं के अनुसार ही बनता है. सप्ताह के एक दिन शनिवार को काली उड़द की खिचड़ी बनाने का प्रचलन भी है.
सभी ग्रहों की ऋतुएं हैं अर्थात हरएक ऋतु ग्रहों द्वारा शासित है. हर ऋतु दो महीने की होती है. सभी ग्रहों के तत्व, अन्न और रस हैं इसलिए हरएक ऋतु में सभी 9 रस जरूरी है लेकिन उस विशेष ऋतु का रस ज्यादा सेवन करना चाहिए. शरद ऋतु शनि की ऋतु है जिसमे शनि-बुध-गुरु तीनों का संयुक्त प्रभाव रहता है इसलिए इसमें देशी घी खाएं, काली दाल तडके वाली , मधुर रस के भोजन, कसैला और तीखा भोजन करें. उड़द के बड़े बना कर तीखे साम्भर के साथ खाएं, दही का प्रयोग न करें. काली दाल जोड़ों के दर्द के लिए बहुत अच्छी होती है, साथ ही ये एंटी-एजिंग है-यह उम्र को कम करती है. शनि ठीक हो तो व्यक्ति दीर्घजीवी होता है, जल्दी चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती .. जोड़ो का दर्द शनि की देन होता है तो शनि की रेमिडी करनी चाहिए..उड़द की दाल एक अच्छी रेमिडी है ..

काली उड़द की दाल के फायदे –
१-एंटी एजिंग – चेहरे पर झाइयां और मुंहासों के दाग को उड़द दाल के फेस पैक से साफ किया जाता है। इससे चेहरे में निखार आता है और चेहरा चमकदार बन जाता है। उड़द दाल खाने से उम्र कम होती है। यह वीर्यवर्धक भी है। उड़द दाल जोड़ों के दर्द को खत्म करती है।  
२-कोलेस्ट्रॉशल घटाने के अलावा भी काली उड़द स्वास्थ्यवर्धक होती है। यह मैगनीशियम और फोलेट लेवल को बढा कर धमनियों को ब्लॉक होने से बचाती है। मैगनीशियम, दिल का स्वास्थ्य बढाती है क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन को बढावा देती है।
३- श्रेष्ठ प्रोटीन -मछली से ज्यादा प्रोटीन – हर दाल में भारी प्रोटीन होता है लेकिन काली उड़द में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है, मछली से भी ज्यादा। वे लोग जो  मीट मछली नहीं खा पाते उनके लिये यह एक श्रेष्ठ आहार माना जाता है। शरीर के पूरे विकास और मासपेशियों की मजबूती के लिये प्रोटीन बहुत जरुरी है। प्रोटीन त्वचा, रक्त, मांसपेशियों तथा हड्डियों की कोशिकाओं के विकास के लिए आवश्यक होते हैं। जिन लोगों की पाचन शक्ति प्रबल होती है, वे यदि इसका सेवन करें, तो उनके शरीर में रक्त, मांस, मज्जा की वृद्धि होती है। उड़द की दाल में प्रोटीन के इतर विटामिन बी, थायमीन, राइबोफ्लेविन और नियासिन, विटामिन सी, आयरन, कैल्शिलयम, घुलनशील रेशा और स्टार्च पाया जाता है।


 
																			 
																			 
																			 
																			 
																			 
																			 
																			