
पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने ईसाईयों के संगठन ISKCON पर नीचे दिए गये वीडियो में जो कुछ भी कहा है उस पर हिन्दुओं को सोचने की जरूरत है. यह ईसाईयों की साजिश के तहत एक बहुत खतरा बन कर सामने आ चूका है. ISKCON के कमोवेश सब महात्मा ईसाई हैं, उच्च पदों पर तो सिर्फ ईसाई ही हैं मानो भक्तिवेदांत ईसाई लडकियों का भोग कर उन्हें ही वारिस बना गया. लोक में ऐसा देखा जाता है. यहाँ दुराचारी ईसाईयों की कुछ लिस्ट दी जा रही है, ये ईसाई ISKCON के सबसे बड़े गुरु बन कर हिन्दुओं को दीक्षा देते हैं. हिन्दुओं के यहाँ तो महात्मा रहे नहीं जिन्हें धर्म ज्ञान हो, तो विदेशी अब हिन्दुओं को गायत्री मन्त्र दे रहे हैं और वेद पढ़ा रहे हैं. यह हरएक हिन्दू के लिए बेहद शर्म की बात है. गौरलतब है कि यह संगठन एक चालाक लाला कायस्थ ने अमेरिका में बनाया और ईसाईयों को हिन्दू धर्म का नाश करने के लिए इस संगठन का प्रमुख बनाया. बाद में इस संगठन को वेटिकन के पोप का पीछे से समर्थन प्राप्त हो गया और इस संगठन में विदेशी काले धन का निवेश करने लगे. इस्कान में कार्यरत ईसाई हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन भी करवने में प्रमुख कारक की भूमिका निभाने लगे. यह ISKCON न केवल सनातन धर्म के नाश के लिए कार्यरत है बल्कि इन्होंने बहुत बड़ा बिजनेस बना लिया है जिसमे रेस्टुरेंट, मिठाई, पब्लिकेशन, होटल सब है. हम इस पर पूरा विस्तृत लेख बाद में लिखेंगे, फ़िलहाल यह देखिये कि इस संगठन के शीर्ष पर कौन हैं ? नीचे लिस्ट में स्वामी बने ईसाई हैं. इन्होने गरीब हिन्दुओं को पकड़ कर नौकरी पर रख लिया है और उनसे हिन्दुओं के बीच अपना प्रचार करते हैं..

ISKCON के ये ईसाई अनेकबार बलात्कार और दुराचार में पकड़े जा चुके है. इस संगठन का ईसाई बाबा किर्तनानंद बच्चों के यौन शोषण में शरीक था और रैकेट चलता था. विकीपीडिया के अनुसार –
- Kirtanananda Swami, or Swami Bhaktipada, a leader of ISKCON, was expelled from the organisation in 1987 for various deviations. He was the leader of New Vrindaban, the largest and most famous Hare Krishna community in the United States at that time. In 1996 Kirtanananda pleaded guilty to one count of racketeering and after serving 8 years of a 20-year prison sentence was subsequently released in 2004. Previously in 1991 the jury had found him guilty of racketeering and mail fraud. These convictions were later overturned on appeal, only to result in the later retrial.
- In the 1990s ISKCON faced accusations of child abuse, and its leaders acknowledged physical, emotional and sexual abuse of children who were sent to live in the rural communities’ boarding schools in the United States and India in the 1970s and 1980s.
यह प्रकरण भी सामने आया कि ये ब्रेनवाशिंग करके अपहरण कर ले जाते हैं-

इस संगठन के संरक्षक सदस्य ड्रग में डूबे ईसाई हैं, नीचे दिए लिस्ट में रॉक इत्यादि में काम करने वाले हिप्पी हैं –

आश्चर्य ये है कि इस मुद्दे पर बोलने वाला कोई नहीं है सिवाय पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती के जो सनातन धर्म के रक्षक हैं और शास्त्रानुसार ही उपदेश करते हैं. सनातन धर्म पूर्व में दुराचारी बौधों से लड़ा जिन्होंने 1000 साल तक हिन्दुओं को पीड़ित किया. अब ये ईसाई जिनकी देह की कोशिकाएं सूअर और गाय का मांस खाने से बनी हुई हैं, जिन्हें कोई सच्चा हिन्दू मन्दिर में घुसने नहीं देगा, वो वैष्णव होकर हिन्दुओं को दीक्षित कर रहे हैं. नीचे वीडियो में कही गई कुछ बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं –
‘इस विषय पर आगे ईसाईयों के शैतानी संगठन ISKCON और ईसाईयों के रैकेट पर खुल कर बात की जाएगी और मुहीम भी चलाई जाएगी. ये ईसाई कहीं इस्लाम में गुरु नहीं बन सकते, मार कर भगा देंगे. हिन्दू धर्म स्वधर्म से जुड़ा हुआ है और इसकी वैदिक परम्परा है