सप्त चिरंजीवी (अश्वत्थामा, राजा बलि, महर्षि व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, परशुराम) हिंदू पौराणिक कथाओं के पात्र हैं जो आज भी पृथ्वी पर मौजूद हैं, जो कलियुग के अंत तक विद्यमान रहेंगे. आस्था के केंद्र में ये शाश्वत सत्य के प्रतीक के रूप में पूजनीय हैं और इनकी कथाएँ प्रेरणा देती हैं लेकिन इनके नाम पर जो झूठ फैलाया जाता है कि ये जिन्दा हैं और प्रकट होकर जनता की मदद करते हैं यह इतिहास से सिद्ध नहीं होता.
सप्त चिरंजीवी: एक पौराणिक झूठ
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